अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने सोमवार को एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के बाद पद से इस्तीफा दे दिया. हेगल का इस्तीफा चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से निपटने में ओबामा प्रशासन के संघर्ष और सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत गवांने के बाद आया है. अधिकारियों ने कहा कि कई हफ्तों की चर्चा के बाद सोमवार सुबह हेगल ने इस्तीफा दे दिया.
हेगल ओबामा प्रशासन में इस्तीफा देने वाले तीसरे रक्षा मंत्री हैं. उन्होंने सीनेट द्वारा नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति की पुष्टि करने तक इस भूमिका को निभाने पर सहमति जताई है. हेगल के इस्तीफा देने की तैयारी के बारे में खबर सबसे पहले ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने दे दी. अखबार के मुताबिक ओबामा आईएस के पैर पसारने सहित कई वैश्विक संकटों के मद्देनजर उनसे संतुष्ट नहीं थे. डेमोक्रेट राष्ट्रपति ओबामा की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम में 68 साल के हेगल एकमात्र रिपब्लिकन हैं.
पूर्व रिपब्लिकन सीनेटर और वियतनाम युद्ध में शामिल हुए हेगल ने इराक युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाई थी. वह पेंटागन में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी और पेंटागन बजट के सीमित होने के मामले को संभालने के मकसद से पहुंचे थे. हेगल इस सप्ताह अपने भारतीय समकक्ष मनोहर पर्रिकर से बातचीत करने की योजना बना रहे थे.
हाल ही पर्रिकर के रक्षा मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद से दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत के लिए उपयुक्त समय नहीं मिल पा रहा था, क्योंकि दोनों के व्यस्त कार्यक्रम थे. मोदी सरकार के पहले 100 दिनों के भीतर भारत का दौरा करने वाले ओबामा प्रशासन के कैबिनेट स्तर के तीन अधिकारियों में हेगल भी शामिल थे. रिपब्लिकन रॉबर्ट एम गेट्स के बाद साल 2013 में हेगल ने रक्षा मंत्री का पदभार संभाला था. रिपब्लिकन गेट्स ने अपनी जीवनी में ओबामा की तीखी आलोचना की थी. हेगल के इस्तीफे के संदर्भ में ओबामा द्वारा औपचारिक ऐलान जल्द किए जाने की संभावना है.