पाकिस्तान के सपोर्ट में रहने वाली अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की सदस्य इल्हान उमर ने एक बार फिर भारत विरोधी रुख दिया है. इल्हान ने अपने भारत विरोधी अभियान को जारी रखते हुए मंगलवार को प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव को पेश किया है. प्रस्ताव में धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन के लिए भारत को विशेष रूप से चिंता वाले देशों की सूची में शामिल करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री से कहा गया है.
कांग्रेस महिला रशीदा तालिब और कांग्रेस महिला जुआन वर्गास भी इस प्रस्ताव के समर्थन में हैं. प्रस्ताव में बाइडेन सरकार से अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की सिफारिशों को लागू करने का आग्रह किया गया है. फिलहाल, प्रस्ताव को सदन की विदेश मामलों की समिति को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा गया है. हालांकि प्रस्ताव के पास होने की उम्मीद बहुत कम है.
इसी साल अप्रैल में इल्हान ने किया था पाकिस्तान का दौरा
बता दें कि इल्हान उमर ने इसी साल अप्रैल में पाकिस्तान का दौरा किया था और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी. इसके बाद उमर ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का भी दौरा किया था. भारत ने अमेरिकी कांग्रेस महिला की पीओके यात्रा की निंदा करते हुए कहा था कि इस क्षेत्र की इल्हान उमर की यात्रा ने देश की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और यह उनकी संकीर्ण मानसिकता की राजनीति को दर्शाता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि हमने देखा है कि अमेरिकी प्रतिनिधि इल्हान उमर ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से का दौरा किया है, जिस पर फिलहाल पाकिस्तान का अवैध कब्जा है. अगर ऐसी राजनेता अपने देश में संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करें तो ठीक है, लेकिन उन्हें हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन करने का कोई हक नहीं. यह दौरा निंदनीय है.
विदेशी मंचों से कई बार इल्हान ने की है भारत की आलोचना
बता दें कि ये वहीं इल्हान उमर हैं जो पहले भी भारत के खिलाफ कई बार विदेशी मंचों से आलोचना कर चुकी हैं. वे भारत को अल्पसंख्यक विरोधी भी बता चुकी हैं. एक बयान में इल्हान उमर ने कहा था कि भारत में लंबे समय से मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने तब यहां तक कह दिया था कि भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा है.
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