अमेरिकी सांसद इल्हान उमर (Ilhan Omar) एक बार फिर विवादों में है. इल्हान ने साल 2022 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का दौरा किया था. उसी दौरे को लेकर अब सनसनीखेज खुलासा हुआ है. अमेरिका की सालाना रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान ने इल्हान के इस दौरे को फंड किया था.
रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान सरकार ने 18 से 24 अप्रैल के इल्हान उमर के दौरे को फंड किया था. इसमें उनके रहने से लेकर खाने तक का खर्चा भी शामिल था. बता दें कि इल्हान को उनके भारत विरोधी विचारों के लिए जाना जाता है. उन्होंने पीएम मोदी के अमेरिकी संसद में दिए गए भाषण का बहिष्कार भी किया था.
बता दें कि इल्हान उमर भारत के खिलाफ कई बार विदेशी मंचों से आलोचना कर चुकी हैं. वे भारत को अल्पसंख्यक विरोधी भी बता चुकी हैं. एक बयान में बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए इल्हान उमर ने कहा था कि भारत में लंबे समय से मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने तब यहां तक कह दिया था कि भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा है. एक ट्वीट में इल्हान ने ये आरोप भी लगाया कि अमेरिका द्वारा भारत में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लघंन के बारे में खुलकर कुछ भी नहीं बोला जाता.
ऐसे में इल्हान उमर को लेकर हमेशा से ही भारत में विवाद रहा है. उनके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के दौरे पर गृह मंत्रालय ने दो टूक कहा था कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता का कोई भी उल्लंघन नहीं कर सकता.
इल्हान उमर अमेरिका की संसद में भारत के खिलाफ एक प्रस्ताव लेकर भी आई थीं. उमर के इस प्रस्ताव में अमेरिका के विदेश मंत्रालय से अपील की गई थी कि वह भारत को एक ऐसा देश घोषित करे जहां पर धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का कथित उल्लंघन होता है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है.
कौन हैं इल्हान उमर?
इल्हान उमर 2019 में मिनिसोटा से सांसद चुनी गईं. वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंच गईं. इतना ही नहीं वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं. वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं.
इल्हान उमर का जन्म सोमालिया में हुआ था. लेकिन सोमालिया में लगातार गृह युद्ध के चलते उनके परिजनों ने देश छोड़ दिया था, तब वे 8 साल की थीं. इसके बाद वे केन्या के शरणार्थी शिविर में रहीं. इसके बाद उनका परिवार 1990 में अमेरिका चला आया. इसके बाद उन्होंने अमेरिका में राजनीति में करियर बनाने का फैसला किया. 2016 में इल्हान उमर चुनाव जीतकर मिनिसोटा की प्रतिनिधि सभा पहुंचीं. 2019 में वे अमेरिकी संसद चुनी गईं.