अमेरिका में कोरोना की सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली है. क्या मौतें- क्या संक्रमित मरीजों का आंकड़ा, महाशक्ति की हालत महामारी के सामने काफी खस्ता होती दिखाई दी. अब अमेरिका में कोरोना कंट्रोल में आ गया है और टीकाकरण भी तेज रफ्तार से चल रहा है. इस बीच अमेरिका टीकाकरण के मामले में एक कदम और आगे बढ़ सकता है. बताया जा रहा है कि बहुत जल्द फाइजर कंपनी को 12 से 15 साल के बच्चों को भी कोरोना का टीका लगाने की मंजूरी मिल जाएगी.
अमेरिका में बच्चों को भी लगेगा कोविड टीका?
ऐसी खबर है कि फाइजर को अमेरिकी एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से अगले हफ्ते तक मंजूरी मिल सकती है, जिसके बाद देश में 12 से 15 साल के बच्चों का भी टीकाकरण किया जाएगा. अब एक बार के लिए इस फैसले को काफी निर्णायक बताया जा रहा है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने में भी ये कदम असरदार दिखाई पड़ रहा है. लेकिन फिर भी एक बड़ा विवाद खड़ा हुआ है. इस फैसले से एक तरफ कुछ लोगों में खुशी है तो कुछ एक्सपर्ट सवाल भी खड़े कर रहे हैं.
बच्चों को वैक्सीन लगाने में जल्दी?
कई स्टडी में दावा किया गया है कि बच्चे कोविड के सबसे कम शिकार होते हैं, या अगर उन्हें संक्रमण होता भी है तो उसकी तीव्रता दूसरों की तुलना में कम रहती है. इसी बात को मुद्दा बनाते कुछ विशेषज्ञों की नजर में अभी से 12 से 15 के बच्चों का टीका लगाना ठीक नहीं है. जोर दिया गया है कि पहले वैक्सीन उन्हें दी जाए जिन्हें या तो इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा है या फिर जिन्हें इसकी जरूरत है. इस लिस्ट में तमाम देशों के फ्रंटलाइन वर्कस को भी शामिल किया गया है जिनको कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा है.
कई एक्सपर्ट ने दावा किया है कि जब तक पूरी दुनिया में सभी 70 साल से ऊपर के लोगों को टीका नहीं लग जाता, उससे पहले 12 से 15 साल के बच्चों के बारे में सोचना एक बहुत बड़ी गलती है. ये भी जानकारी दी गई है कि इजराइल ने सिर्फ अपने बुर्जगों को समय रहते टीका लगा दिया और उनके देश में कोविड केस कम होने शुरू हो गए. ऐसे में अमेरिका को भी ऐसी ही रणनीति अपनाने के लिए कहा जा रहा है.
फैसले पर बड़ा विवाद क्यों?
लेकिन अब क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से साफ कर दिया गया है कि वे 4 जुलाई तक देश की 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण करना चाहते हैं, ऐसे में हर वैक्सीन निर्माता कंपनी भी अपनी तरफ से अब इस प्रक्रिया को तेज करने में लग गई है. फाइजर की तरफ से 12 से 15 साल के बच्चों के टीका लगाने वाला ऐलान भी इसी कड़ी में देखा जा रहा है. कंपनी को पूरी उम्मीद है कि अमेरिकी एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से उन्हें जल्द मंजूरी मिलने जा रही है.
जानकारी के लिए बता दें कि फाइजर की तरफ बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल किया जा चुका है. मार्च के महीने में 12 से 15 वर्ष के 2260 बच्चों पर अध्ययन किया गया था. उस समय ये कहा गया था कि बच्चों में वैक्सीन लगाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं. इसमें बुखार, ठंड लगना और थकान जैसे लक्षण शामिल हैं.