अमेरिका ने मंगलवार को फिलिस्तीन के लिए यूएन रिलीफ ऐंड वर्क एजेंसी (UNRWA)को दी जाने वाली 125 मिलियन डॉलर की मदद में से लगभग आधी राशि (65 मिलियन डॉलर) पर रोक लगा दी है. अमेरिका के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में धमकी दी थी कि अगर फिलिस्तीन इजरायल के साथ शांति समझौता करने के प्रयासों को नकारता है तो अमेरिका दी जाने वाली मदद रोक सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ऐसा अकेला देश नहीं है, जिसे हम अरबों डॉलर की मदद देते हैं. ऐसे और भी बहुत से देश हैं, जैसे हम फिलिस्तीनियों को हर साल कई सौ अरब डॉलर देते हैं और उसके बदले कोई सम्मान और प्रशंसा नहीं मिलती. उन्होंने कहा कि वे इसरायल के साथ लंबे समय से रुकी हुई शांति वार्ता को भी आगे नहीं बढ़ाना चाहते."
अमेरिका के शांति प्रस्ताव को नहीं करेंगे स्वीकार
रविवार को फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने ट्रंप के मिडिल ईस्ट शांति प्रयासों पर हमला बोला उन्होंने कहा था कि वह अमेरिका से आए किसी भी शांति प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे. क्योंकि पिछले साल अमेरिका ने येरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता दी थी.
रोकी पाक को दी जाने वाली मदद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसने अमेरिका को 'झूठ और धोखे' के अलावा कुछ नहीं दिया. इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता भी रोक दी थी. पाकिस्तान और अमेरिकी प्रशासन के बीच रिश्ते पिछले साल गर्मियों से तबसे बिगड़ने लगे, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान हिंसा और आतंक के एजेंटों का सुरक्षित पनाहगाह बन गया है.