अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में कांटे की टक्कर चल रही है, पहले डेमोक्रेट्स के उम्मीदवार जो बाइडेन ने बढ़त बनाई हुई थी तो वहीं अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगे चल रहे हैं. इलेक्टोरल वोट की जंग में बहुमत पाने की होड़ जारी है और बहुमत के लिए कुल 270 का आंकड़ा चाहिए. इस बीच जिस तरह से कांटे का मुकाबला चल रहा है, उसमें कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. आशंका है कि अंत में चुनाव टाई होने तक की नौबत तक भी जा सकता है.
कैसे टाई होगा चुनाव?
आपको बता दें कि अमेरिकी चुनाव में वोटरों ने मतदान कर दिया है, लेकिन अंत में राष्ट्रपति पद का चुनाव इलेक्टर करेंगे. अमेरिका में कुल इलेक्टर की संख्या 538 है और ऐसे में आधी संख्या 269 होती है, इसलिए बहुमत के लिए 270 का आंकड़ा चाहिए. अगर दोनों ही उम्मीदवार 269 इलेक्टोरल वोट जीतते हैं तो फिर नतीजा घोषित होने में वक्त लग सकता है.
कुल इलेक्टर – 538
100 सीनेटर + 435 रिप्रेंजेटेटिव + 3 इलेक्टर वाशिंगटन = 538
बहुमत के लिए – 270
नतीजे टाई होने के बाद क्या होगा?
अब अगर चुनाव टाई हो जाता है, तो फिर राष्ट्रपति चुनने की पूरी प्रक्रिया अमेरिकी सीनेट के हाथ में होगी. इसके लिए पहले निचले सदन यानी हाउस ऑफ रिप्रेंजेटटिव में वोटिंग होगी. जहां कुल रिप्रेंजेटेटिव की संख्या 435 है. लेकिन यहां पर कुल सदस्यों नहीं बल्कि राज्यों के हिसाब से वोट का चयन होता है.
यानी किसी राज्य में 6 रिपब्लिकन के रिप्रेंजेटेटिव हैं और दो डेमोक्रेट्स के, तो उस राज्य का वोट रिपब्लिकन के खाते में जाएगा. इलेक्टर का चुनाव टाई होने की स्थित में यहां से उपराष्ट्रपति पद के लिए चयन किया जाएगा.
उपराष्ट्रपति पद का चुनाव होने के बाद नई सीनेट राष्ट्रपति पद के लिए वोट करेगी. लेकिन वहां भी सहमति नहीं बनती है तो फिर हाउस की स्पीकर को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया जा सकता है. यानी मौजूदा स्पीकर नैन्सी पैलोसी कार्यकारी राष्ट्रपति बन सकती हैं, जिनका डोनाल्ड ट्रंप से 36 का आंकड़ा बताया जाता है.
हालांकि, इनमें भी एक पेच ये है कि इस चुनाव के लिए वोट नए हाउस ऑफ रिप्रेंजटेटिव ही डालेंगे. इसके बाद नियम के मुताबिक, सभी सीनेटर दोबारा 14 दिसंबर को राष्ट्रपति पद का चुनाव करेंगे.