अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत 'अब स्वागत योग्य नहीं हैं.' यह ट्रंप प्रशासन की अफ्रीकी देश के खिलाफ नई कार्रवाई है. हाल ही में रसूल ने ट्रंप के फैसलों का जिक्र करते हुए कहा था कि अमेरिका में जल्द ही श्वेत लोग बहुसंख्यक नहीं रहेंगे.
बता दें कि ट्रंप और मस्क दक्षिण अफ्रीका को लेकर मुखर रहे हैं. उनका कहना है कि वहां का कानून श्वेत लोगों के खिलाफ भेदभाव करता है. रसूल पहले 2010 से 2015 तक अमेरिका में अपने देश के राजदूत के रूप में कार्य कर चुके थे और जनवरी में फिर से इस पद पर लौटे थे.
बता दें कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच रिश्ते बिगड़ रहे हैं. पिछले महीने, अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें दक्षिण अफ्रीका को सहायता रोक दी गई थी. इस आदेश में कहा गया था कि दक्षिण अफ्रीका में अन्याय बढ़ा है. ये भी कहा गया कि वहां श्वेत लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है.
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व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया, "जब तक दक्षिण अफ्रीका विश्व मंच पर बुरे कृत्य करने वालों का समर्थन करता रहेगा और निर्दोष असहाय अल्पसंख्यक किसानों पर हिंसक हमलों को बढ़ावा देगा, तब तक अमेरिका दक्षिण अफ्रीका को सहायता और सहायता बंद कर देगा."