अमेरिकी अधिकारियों ने प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी हेवलेट-पैकर्ड (एचपी) को 10.8 करोड़ डॉलर जुर्माना भरने का आदेश दिया है. कंपनी को रूस, पोलैंड और मैक्सिको स्थित अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से रिश्वत देने का दोषी पाया गया है.
न्याय विभाग ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कंपनी की रूसी इकाई ने एक न्यायाधीश के सामने रूस के अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए एक गुप्त फंड बनाकर यूएस फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेज एक्ट के उल्लंघन की बात स्वीकारी है. अधिकारियों को रिश्वत देकर एचपी ने रूस की सरकार से लाखों डॉलर का ठेका हासिल किया.
कंपनी के वकीलों ने हालांकि दलील दी कि यह आचरण कंपनी के कर्मचारियों के एक छोटे से समूह तक ही सीमित था और वे अब कंपनी छोड़ चुके हैं.
मैक्सिको में एचपी ने मैक्सिको की सरकारी तेल कंपनी को रिश्वत की बात कबूली है, जबकि पोलैंड में राष्ट्रीय पुलिस के अधिकारियों को रिश्वत दी गई.
संघीय अभियोक्ता मार्शल मिलर ने कहा, 'सभी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को गुणवत्ता के स्तर पर प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए. उन्हें करोड़ों डॉलर की रिश्वत के लेनदेन को छिपाने के लिए गलत दस्तावेजों का सहारा नहीं लेना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को दंडित करने के प्रयास की दिशा में आज का फैसला महत्वपूर्ण कदम है.'