फ्रांस में हुए आतंकी हमलों ने एक बार फिर पूरी दुनिया का ध्यान आतंकवाद की जटिल होती समस्या की ओर खींचा है. अमेरिका ने भारत सहित दुनियाभर में रह रहे अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है. इसमें कहा गया है कि अमेरिकियों के खिलाफ हमले में बढ़ोतरी हो रही है.' अलकायदा के खूंखार आतंकवादी ने फिर दी फ्रांस में हमले की धमकी'
अमेरिकी नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि वे हर तरह से सतर्कता बरतें और अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहें. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत लगातार आतंकवाद व विद्रोही गतिविधियों का शिकार हो रहा है, जिसका अमेरिकी नागरिकों पर किसी न किसी रूप से असर पड़ सकता है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी, हरकत-उल-मुजाहिदीन, इंडियन मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे ग्रुप सहित पश्चिम विरोधी आतंकवादी समूह भारत में सक्रिय हैं. बयान में बताया गया है कि सार्वजनिक स्थलों, लग्जरी और अन्य होटलों, ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों, बाजारों, सिनेमाघरों, धार्मिक स्थलों आदि को पहले भी निशाना बनाया जाता रहा है. हमलावर व्यस्त समय के दौरान बाजारों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर हमला करते हैं, लेकिन यह हमला किसी भी समय हो सकता है.
पाकिस्तान में आतंकियों की मौजूदगी पर भी चिंता
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने शनिवार को एक बयान में कहा है कि फ्रांस की ही तरह पाकिस्तान भी आतंकवादी निशाने पर है, हालांकि इससे निपटने के लिए पाकिस्तानी सरकार व सेना साथ मिलकर आगे बढ़ रही है.
'द न्यूज इंटरनेशनल' की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन के प्रेस सचिव रियर एडमिरल जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर अमेरिका चिंतित है और इस मुद्दे पर वह पाकिस्तान सरकार से लगातार संपर्क बनाए रखेगा.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनियाभर में फैली गंभीर चुनौती है और इसे शिकस्त देने और खात्मे के लिए सहयोग की जरूरत है.
किर्बी ने कहा, 'इस बारे में अमेरिका व पाकिस्तानी सरकार और सेना के बीच संबंधों में लगातार प्रगति हो रही है.' उन्होंने कहा कि आतंकवाद की चुनौती पर काबू पाने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डालने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह पाकिस्तान सरकार पर निर्भर करता है कि अपने लोगों की बेहतरी के लिए वह अपने पैरों पर खड़ी हो.
---इनपुट IANS से