अमेरिका ने दावा किया है कि यूक्रेन में रूस को मिल रहे झटकों के बाद युद्ध के लिए नया रूसी कमांडर नियुक्त किया गया है. अमेरिकी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रूस ने अपने सबसे अनुभवी सैन्य अधिकारी जनरल एलेक्सजेंडर दिवोर्निकोव को यूक्रेन युद्ध के लिए नया कमांडर नियुक्त किया है. इतना ही नहीं अमेरिकी अधिकारी ने यह भी दावा किया है कि एलेक्सजेंडर के खिलाफ सीरिया और अन्य युद्ध स्थलों पर आम नागरिकों के खिलाफ क्रूरता का रिकॉर्ड है.
वहीं, व्हाइट हाउस के एनएसए जैक सुलिवन ने कहा, किसी भी नए जनरल की नियुक्ति यह तथ्य नहीं मिटा सकती कि रूस को यूक्रेन में पहले ही रणनीतिक रूप से असफलता का सामना करना पड़ रहा है. एनएसए सुलिवन ने सीएनएन के स्टेट ऑफ द यूनियन के कार्यक्रम में कहा, यह जनरल यूक्रेन की असैन्य नागरिकों के खिलाफ अपराध और क्रूरता का महज एक अध्याय लिखेगा.
जैक सुलिवन ने कहा, जैसा कि मैंने पहले कहा था, अमेरिका यूक्रेन के लोगों का समर्थन करने के लिए दृढ़ संकल्पित है. हम जो कुछ भी कर सकते हैं वह करेंगे. पुतिन ने 2015 में सीरिया में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार का समर्थन करने के लिए रूसी सेना भेजी थी. उस वक्त दिवोर्निकोव सीरिया में रूस के सैन्य अभियान के कमांडर थे.
दिवोर्निकोव एक कैरियर सैन्य अधिकारी है और 1982 में वे एक प्लाटून कमांडर के रूप में रूसी सेना में शामिल हुए थे. उन्होंने चेचन्या में दूसरे युद्ध के दौरान लड़ाई लड़ी और वे 2015 में सीरिया में रूसी सेना का नेतृत्व करने से पहले कई अहम पदों पर रहे.
उनके नेतृत्व में रूसी सेना ने विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी अलेप्पो पर जमकर बमबारी की, इसमें बड़ी संख्या में नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा. 2016 में शहर सीरियाई सरकारी बलों के कब्जे में आ गया. यूएन का दावा है कि एक दशक से ज्यादा चले युद्ध में करीब साढ़े तीन लाख लोग मारे गए. 2016 में राष्ट्रपति पुतिन ने दिवोर्निकोव को द हीरो ऑफ रसिया मेडल से नवाजा. यह रूस के सर्वश्रेष्ठ अवार्ड में से है.