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ISI की है अपनी विदेश नीति, आतंकी गुटों से हैं रिश्ते: अमेरिका

अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संबंध आतंकवादी संगठनों के साथ हैं और उसकी अपनी विदेश नीति है. ISI पर पाकिस्तान सरकार का भी नियंत्रण नहीं दिखता है. हालांकि पाकिस्तान ने अमेरिका के इन आरोपों को इनकार किया है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा आतंकवादी समूहों को समर्थन देने का यह अब तक सबसे बड़ा आरोप है.

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कमर जावेद बाजवा और जनरल जोसेफ डनफोर्ड
कमर जावेद बाजवा और जनरल जोसेफ डनफोर्ड

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भारत और अफगानिस्तान के बाद अमेरिका ने एक बार फिर आतंकी संगठनों से गठजोड़ को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है. अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संबंध आतंकवादी संगठनों के साथ हैं और उसकी अपनी विदेश नीति है. ISI पर पाकिस्तान सरकार का भी नियंत्रण नहीं दिखता है. हालांकि पाकिस्तान ने अमेरिका के इन आरोपों को इनकार किया है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा आतंकवादी समूहों को समर्थन देने का यह अब तक सबसे बड़ा आरोप है.

भारत और अफगानिस्तान भी समय-समय पर अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर आतंकवाद को पनाह देने और गठजोड़ करने का आरोप लगाते रहे हैं. संसदीय सुनवायी के दौरान सीनेट की विदेश संबंधों की समिति को अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने बताया, ‘मुझे लगता है और मेरे लिए यह स्पष्ट है कि आईएसआई से संबंध आतंकवादी संगठनों के साथ हैं.’ डनफोर्ड सीनेटर जो डोन्नेली के सवाल का जवाब दे रहे थे.

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डोन्नेली ने पूछा था कि क्या डनफोर्ड को लगता है कि आईएसआई अब भी तालिबान की मदद कर रहा है? डनफोर्ड ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान के व्यवहार में बदलाव लाने के प्रयासों के तहत अमेरिका द्विपक्षीय रूख अपना रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं लगता है कि पाकिस्तान के रवैये में तनिक भी बदलाव आया है. डनफोर्ड ने उम्मीद जलाई कि शायद बहुपक्षीय रुख से पाकिस्तान के व्यवहार में कुछ बदलाव आये.

शीर्ष अमेरिकी जनरल के साथ वहां मौजूद रक्षामंत्री जिम मैट्टिस ने भी आईएसआई की आलोचना की. सार्वजनिक रूप से पहली बार मैट्टिस ने यह स्वीकार किया कि आईएसआई की अपनी विदेश नीति है और ऐसा नहीं लगता कि वह संघीय सरकार के अधीन है. ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के यह बयान ऐसे समय पर आए हैं, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ तीन दिवसीय दौरे पर वाशिंगटन पहुंच चुके हैं.

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