अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई से फोन वार्ता की. इस दौरान उन्होंने 2014 के बाद अफगानिस्तान में एक भी अमेरिकी सैनिक के न रहने की संभावना व्यक्त की.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ओबामा ने रक्षा विभाग से विशेष रूप यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि साल के अंत तक सैनिकों को हटाने के लिए पर्याप्त योजना इसके पास हो.
इधर, करजई ने द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते (बीएसए) पर हस्ताक्षर करने से इंकार किया है, जिसके तहत उन अमेरिकी सैनिकों को कानूनी अधिकार प्रदान करने की बात कही गई है, जो 2014 के अंत तक अमेरिकी और नाटो के सैनिकों के अफगानिस्तान से जाने के बाद भी आतंकवाद निरोधी अभियानों और सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अफगानिस्तान सुरक्षा बलों का सहयोग करेंगे.
अमेरिका ने अप्रैल में अफगानिस्तान में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर फिलहाल सुरक्षा समझौते के मुद्दे को इस संभावना के तहत टाल दिया है कि चुनाव के बाद नए राष्ट्रपति के साथ समझौते का मुद्दा सकारात्मक दिशा में जा सकता है.