अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मैक्सिको और कनाडा को बड़ी राहत दी गई है. ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की कि मैक्सिको और कनाडा को 2 अप्रैल तक कुछ वस्तुओं पर टैरिफ नहीं देना होगा. दोनों देशों को यह छूट उन वस्तुओं के लिए दी गई है जो यूनाइटेड स्टेट्स-मैक्सिको-कनाडा समझौते (USMCA) के तहत आती हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को उन कागजातों पर हस्ताक्षर किए, जो मैक्सिको और कनाडा के उन सभी उत्पादों पर टैरिफ को लगभग एक महीने के लिए टाल देंगे, जो USMCA मुक्त व्यापार संधि के अंतर्गत आते हैं. ये कदम मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ ट्रंप की चर्चा और कनाडाई-ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद उठाया गया है.
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक ने पहले ही संकेत दे दिया था कि राष्ट्रपति कुछ टैरिफ में कटौती कर सकते हैं. लुटनिक ने कहा था कि राष्ट्रपति 5 मार्च की शुरुआत में कनाडा और मैक्सिको पर लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ में से कुछ को कम कर सकते हैं, क्योंकि दोनों देश यह दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि वे बेहतर करेंगे.
हमें कनाडा की लकड़ी की जरूरत नहीं: ट्रंप
हालांकि टैरिफ में देरी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सबसे बड़ा कदम 2 अप्रैल को होगा जब पारस्परिक टैरिफ लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कनाडा एक उच्च टैरिफ वाला देश है. कनाडा हमसे हमारे दूध उत्पादों और अन्य उत्पादों के लिए 250 फीसदी शुल्क लेता है और लकड़ी और ऐसी चीजों पर बहुत ज़्यादा टैरिफ लगाता है. हमें उनकी लकड़ी की जरूरत नहीं है. हमारे पास उनकी तुलना में ज़्यादा लकड़ी है. इसलिए मैं जो कर रहा हूं वह यह है कि मैं अपने जंगलों को मुक्त करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा ताकि हमें पेड़ों को काटने और बहुत सारा पैसा कमाने और फिर पेड़ों की कटाई करने की अनुमति मिल सके.
ट्रंप और मैक्सिकन राष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत
ट्रंप और मैक्सिकन राष्ट्रपति शीन्बौम के बीच टैरिफ को लेकर बातचीत हुई. इसकी जानकारी ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर दी. उन्होंने लिखा, "मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीन्बौम से बातचीत के बाद मैंने सहमति दी है कि USMCA समझौते के तहत आने वाले किसी भी सामान पर मैक्सिको को टैरिफ नहीं देना होगा. यह छूट 2 अप्रैल तक प्रभावी रहेगी."
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मेक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीन्बौम ने ट्रंप के साथ हुई बातचीत को उत्कृष्ट और सम्मानजनक बताया. उन्होंने कहा कि दोनों देश सुरक्षा और आप्रवासन के मुद्दों पर सहयोग जारी रखेंगे. शीन्बौम ने आगे कहा, "हमारे सहयोग से अभूतपूर्व परिणाम मिले हैं और हम अपनी संप्रभुता का सम्मान करते हुए आगे भी मिलकर काम करेंगे."
इसके अलावा, शीन्बौम ने यह भी कहा कि अमेरिका और मैक्सिको अवैध फेंटानाइल तस्करी पर नियंत्रण के लिए साथ काम करते रहेंगे. फेंटानाइल, जो अमेरिका में नशीली दवाओं की लत का बड़ा कारण बना हुआ है, टैरिफ वार्ता का एक प्रमुख मुद्दा रहा है.
ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर लगाया इतना टैरिफ
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा कनाडा और मैक्सिको से आयातित वस्तुओं पर लगाए गए नए 25 प्रतिशत टैरिफ मंगलवार से प्रभावी हो गए. साथ ही चीनी वस्तुओं पर शुल्क दोगुना करके 20 प्रतिशत कर दिया गया. परिणामस्वरूप, तीनों देशों ने अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की घोषणा की, जिससे आर्थिक विकास पर असर पड़ सकता है और अमेरिकियों के लिए कीमतें बढ़ सकती हैं, जो अभी भी उच्च मुद्रास्फीति के वर्षों से परेशान हैं.
ट्रंप द्वारा अपने सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों पर टैरिफ लगाने के पहले के कदम के साथ कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25 प्रतिशत कर लगाया जाएगा, जबकि कनाडा से ऊर्जा उत्पादों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा. साथ ही, फरवरी में ट्रंप द्वारा चीनी आयात पर लगाया गया 10 प्रतिशत टैरिफ बढ़कर 20 प्रतिशत हो जाएगा.