अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ नॉर्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम और व्यापार संबंधों सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत की. ट्रंप का चीन की राजधानी बीजिंग में शाही भव्य स्वागत किया गया. शी ने बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में आज सुबह ट्रंप की अगवानी की, जिसके बाद दोनों नेता स्वागत समारोह में शामिल हुए.
जिनपिंग के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा कि उनका और शी का मानना है कि नॉर्थ कोरिया संकट का समाधान निकाला जा सकता है. ट्रंप ने कहा, आज सुबह हमारी बैठक में नॉर्थ कोरिया पर बहुत अच्छी बातचीत रही और आपकी तरह मैं भी यही मानता हूं कि इस समस्या का समाधान है. अमेरिकी राष्ट्रपति की पांच देशों की एशिया यात्रा में चीन महत्वपूर्ण पड़ाव है. इस यात्रा के दौरान ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया से कहा कि वह अपना परमाणु कार्यक्रम समाप्त करने के लिए सौदा करे.
ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को अमेरिका या दुनिया के खिलाफ उकसावे को लेकर चेतावनी भी दी है. उन्होंने चीन से अनुरोध किया कि वह प्योंयोंग से अपने सभी संबंध तोड़ ले. साथ उन्होंने बीजिंग से कहा कि वह नॉर्थ कोरिया पर इस संबंध में दबाव बढ़ाये. चीन का कहना है कि वह अपनी ओर से पूर्ण प्रयास कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को पूर्णता से लागू कर रहा है. दोनों नेताओं के बीच अमेरिका के साथ चीन के व्यापार अधिशेष पर भी चर्चा हुई. ट्रंप ने कहा, हम इसे संतुलित करेंगे और यह हम दोनों के लिए बेहतर होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति के बुधवार को तीन दिवासीय दौरे पर चीन पहुंचे हैं. इस मौके पर सभी तीन सेवाओं की चीनी सेना 21 बंदूकों की सलामी के साथ सलामी गारद देने के लिए मौजूद रहीं. इससे पहले, दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को अपने आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल से परिचित कराया. ट्रंप ने शी और अपने दामाद जेरेड कुश्नर का परिचय करवाया. बाद में उन्होंने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत शुरू की जिसके दौरान नॉर्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर संकट और बड़े स्तर पर व्यापार घाटे पर बातचीत होने की संभावना है.
ट्रंप का चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से भी मुलाकात करने और राजभोज, सांस्कृतिक समारोह के बाद एक समारोह में भाग लेने का कार्यक्रम है. शी ने चीन की 15वीं शताब्दी की फॉबिडेन सिटी में ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया की मेजबानी की. ट्रंप का स्वागत करने के दौरान कल शी ने कहा कि ट्रंप की चीन यात्रा से सकारात्मक और महत्वपूर्ण नतीजे निकलेंगे. जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से दोनों नेताओं के बीच करीबी रिश्ते रहे हैं, उन्होंने दो बार आमने-सामने मुलाकात की और आठ बार फोन पर बातचीत की है.