अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को जलवायु परिवर्तन के मौके पर होने वाले डिजिटल सम्मेलन के लिए निमंत्रण भेजा है. पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि पीएमओ को इस बारे में जानकारी दी गई है. दरअसल बाइडेन ने गुरुवार को जलवायु परिवर्तन पर डिजिटल सम्मेलन बुलाया है. इस दौरान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम करने को लेकर चर्चा की जाएगी. इस सम्मेलन में तय किया जाएगा कि जलवायु परिवर्तन पर कितनी आक्रामकता के साथ आगे बढ़ना चाहिए. क्योंकि अमेरिका में इसको लेकर राय बंटी हुई है.
जलवायु परिवर्तन का संकट बाइडेन के लिए एक जटिल राजनीतिक चुनौती है. इस पर महामारी राहत पैकेज या अवसंरचना विधेयक की तुलना में उम्मीद वाला परिणाम आने में अधिक कठिनाई होगी.
जलवायु परिवर्तन के संबंध में 2030 तक पूरा करने के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर नियत योगदान या एनडीसी कहा गया है. ये लक्ष्य पेरिस जलवायु समझौते का प्रमुख हिस्सा है. बाइडेन ने अपने कार्यकाल के पहले दिन पेरिस समझौते में अमेरिका को फिर से शामिल किया था.
व्हाइट हाउस की पूर्व सलाहकार केट लार्सन ने कहा कि बाइडेन जो लक्ष्य तय करेंगे, क्या वे अगले दशक में उत्सर्जन कम करने की रफ्तार और महत्वाकांक्षा के स्तर को तय करेगा?
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की जलवायु परिवर्तन योजना के विकास में मदद करने वाली लार्सन और अन्य विशेषज्ञों ने कहा कि लक्ष्य 2030 तक हासिल करना है जो वैज्ञानिकों और उन लोगों को संतुष्ट करने के लिहाज से पर्याप्त है जो जलवायु परिवर्तन की गति को घटाने के लिहाज से आने वाले दशक को महत्वपूर्ण मानते हैं.
वैज्ञानिकों, पर्यावरण समूहों और अन्य कारोबारी नेताओं ने बाइडेन से कहा है कि वे ऐसा लक्ष्य तय करें जिससे अमेरिका का ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन 2030 तक कम से कम 50 फीसदी घट सके.