अमेरिका में इन दिनों 2028 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है. वजह है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक चाहते हैं कि वह 2028 के चुनाव में भी हिस्सा लें और तीसरी बार देश के राष्ट्रपति बने. खुद ट्रंप भी इस पर अपनी राय जाहिर कर चुके हैं. ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ओबामा का नाम भी सामने आ रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह राष्ट्रपति के तौर पर तीसरे कार्यकाल के लिए विचार कर रहे हैं और इसके लिए संविधान को बदलने की सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि संविधान में तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के तरीके मौजूद हैं और वह इसे लेकर गंभीर हैं.
ट्रंप का कहना है कि ऐसे कई तरीके हैं, जिनसे आप ऐसा कर सकते हैं. इनमें संविधान में संशोधन भी एक तरीका है.बता दें कि अगर ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की कोशिश करते हैं तो इसके लिए उन्हें संविधान में संशोधन करना होगा. ऐसा करने के लिए अमेरिकी संसद और राज्यों से समर्थन की जरूरत होगी.
ट्रंप को इसके लिए अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा में दो-तिहाई बहुमत से बिल पास कराना होगा. ट्रंप का मौजूदा कार्यकाल 2029 में पूरा होगा. अमेरिका में दो बार राष्ट्रपति बनने का प्रावधान है. वह नवंबर 2024 में दूसरी बार देश के राष्ट्रपति चुने गए थे.
इसे लेकर जनवरी में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के सांसद एंडी ओगल्स ने एक बिल भी संसद में पेश किया था. ट्रंप को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की अनुमति देने के लिए संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में इस बिल को पेश किया गया था.
इस बिल में कहा गया था कि अगर कोई शख्स लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुका है, वो तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित नहीं हो सकता. लेकिन ट्रंप 2020 का चुनाव बाइडेन से हार गए थे. ऐसे में वह तीसरी बार भी राष्ट्रपति चुने जाने के लिए योग्य हैं.
लेकिन ओबामा का नाम कैसे आया?
राष्ट्रपति ट्रंप और उनके समर्थक संविधान की धारा 22 में संशोधन कर यह क्लॉज शामिल करना चाहते हैं, जिससे दो बार राष्ट्रपति बन चुका शख्स तीसरी बार भी राष्ट्रपति बन सकता है. ऐसे में ओबामा समर्थकों ने 2028 राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के नाम पर जोर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप विरोधियों को लगता है कि इस समय ओबामा ही ऐसे नेता हैं, जो ट्रंप को चुनाव में कड़ी टक्कर देकर उन्हें हरा सकते हैं. लेकिन ट्रंप समर्थकों ने इसकी काट भी निकाल ली है. उनका कहना है कि लगातार दो चुनाव जीत चुका शख्स तीसरी बार इस पद के योग्य नहीं है. जबकि ट्रंप दो बार लगातार राष्ट्रपति चुनाव नहीं बने है. वह 2021 का चुनाव जो बाइडेन से हार गए थे, जिस वजह से वह तीसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव लड़े जाने के योग्य हैं.