अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार देर रात (भारतीय समयानुसार) ये घोषणा करके अमेरिका ही नहीं बल्कि विश्व को भी चौंका दिया कि वह राष्ट्रपति पद की रेस से खुद को अलग कर रहे हैं. बाइडेन के इस बयान के सामने आने के बाद ही उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर सामने आने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है तो वहीं बाइडेन ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है.
पहले भी हो चुका है ऐसा वाकया
इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास पर नजर डालें तो सामने आता है कि यह पहली बार नहीं है कि पद पर रहते हुए किसी राष्ट्रपति ने दूसरी बार सत्ता में वापसी करने का विचार चुनाव कैंपेन के बीच ही त्याग दिया हो और खुद को इस रेस से बाहर कर लिया हो. रविवार को जिस तरह का फैसला जो बाइडेन ने लिया है, अमेरिका के सियासी इतिहास में ऐसी ही एक घटना साल 1968 में भी घट चुकी है.
राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने लिया था ऐसा फैसला
साल 1968 में, राष्ट्रपति चुनाव के बीच राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने उम्मीदवारी से पीछे हटने का फैसला करके सबको चौंका दिया था. उन्होंने यह घोषणा वियतनाम युद्ध के बीच में की थी. 1968 में, जॉनसन ने महसूस किया कि वह पार्टी पर से अपना नियंत्रण खोते जा रहे हैं और पार्टी के भीतर ही चार विरोधी गुट बन गए थे.
वियतनाम युद्ध पर अलग-अलग रुख उन कई मुद्दों में से एक था जिसने पार्टी को बांट दिया था, वहीं जॉनसन को युद्ध जीतने का भी कोई रास्ता नहीं दिख रहा था. इसके अलावा वह पार्टी को एकजुट बनाए रखने में भी असमर्थ साबित हो रहे थे. इसके अलावा जॉनसन अपने गिरते स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतित थे. वह यह भी मान कर चल रहे थे कि वह एक और कार्यकाल तक जीवित नहीं रह पाएंगे.
28 मार्च को, अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों और राजनीतिक पकड़ के ढीली होने के अहसास के साथ राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटने पर विचार किया और जोसेफ ए. कैलिफ़ानो जूनियर और हैरी मैकफरसन के साथ इस पर चर्चा की. इस मुलाकात के तीन दिन बाद जॉनसन खुद को राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से अलग करने का ऐलान कर दिया.
रिचर्ड निक्सन बने थे अगले राष्ट्रपति
इसके बाद उपराष्ट्रपति रहे Hubert Humphrey (ह्यूबर्ट हम्फ्री) को उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन रिपब्लिकन उम्मीदवार रिचर्ड निक्सन ने उन्हें हरा दिया और राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की. 5 नवंबर 1968 को, रिपब्लिकन उम्मीदवार रिचर्ड निक्सन ने राष्ट्रपति चुनाव जीता.