अमेरिका में आज 45वें राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. इस बार का चुनाव कई मायने में अलग है. कोरोना की वजह से दस करोड़ लोग पहले ही अपना वोट डाल चुके हैं. दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के सबसे पावरफुल पद के लिए वोटिंग भारतीय समय के मुताबिक, बुधवार सुबह साढ़े 6 बजे तक जारी रहेगी.
अब सवाल है कि ट्रंप कार्ड दोबारा चलेगा या जो बिडेन के कदम व्हाइट हाउस तक पहुंचेंगे. राष्ट्रपति ट्रंप अगर दोबारा विजयी होते हैं तो लगातार दो बार ताजपोशी वाले चौथे राष्ट्रपति होंगे. 1992 में डेमोक्रेट उम्मीदवार बिल क्लिंटन के जीतने के बाद से यही परंपरा चली आ रही है, लेकिन अगर ट्रंप हार जाते हैं तो इसमें जॉर्ज बुश सीनियर के बाद दूसरे राष्ट्रपति होंगे, जिन्हें व्हाइट हाउस में जाने का मौका नहीं मिलेगा. फिलहाल दोनों उम्मीदवारों के साथ उनके प्रशंसक और वोटर भी अपने अपने दावों के साथ मैदान में हैं.
ट्रंप के समर्थक
जूनियर ट्रंप के ट्वीट (भारत के नक्शे को लेकर) पर राष्ट्रपति के समर्थक पुनीत आहलूवालिया ने आजतक से कहा कि ट्वीट में गलती से कश्मीर को भारत को अलग देश दिखाया गया है. ये चूक है, हो सकता है जानकारी न होने की वजह से इसे पोस्ट किया गया हो. ये कोई मसला नहींं है, भारत प्रेसिडेंट ट्रंप की धड़कन है. कश्मीर के मुद्दे पर ट्रंप कह चुके हैं कि ये भारत का आंतरिक मामला है. चीन के मसले पर भी ट्रंप ने भारत का ही पक्ष लिया है. बता दें कि अमेरिका अच्छी खासी संख्या में भारतीय रहते हैं, जिनका चुनाव पर सीधा असर होता है.
बिडेन के समर्थक
वहीं, जो बिडेन के समर्थक अजय जैन ने कहा कि ट्रंप ने एच-1 वीजा खत्म कर दिया. अभी इंडिया को ट्रैफिक किंग कहा था. वो इंडिया को लेकर ऐसे बयान देते हैं. बिडेन ने साफ कहा है कि चीन के मसले पर हम भारत के साथ खड़े हैं. हेट क्राइम कम करने पर बिडेन का जोर है. ट्रंप सरकार की वजह से ही अमेरिका में कोरोना से स्थिति बिगड़ी हैं, वो तो मास्क लगाने के लिए मना करते हैं. ऐसे में सोच लीजिए कोरोना में क्या स्थिति हो सकती है.
क्या बोले एक्सपर्ट
न्यूयॉर्क में प्रोफेसर अभिषेक कुमार अमर ने कहा कि कई स्टेट में चुनाव क्लोज होंगे. टेक्सेस, फ्लोरिडा, जार्जिया में काफी क्लोज लड़ाई है. अब ये देखना है कि कितने वोटर निकलकर आते हैं. राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष ने कहा कि इस बार अमेरिका में ध्रुवीकरण हो चुका है. डेमोक्रेटिक के समर्थक उसके साथ हैं और रिपब्लिकन समर्थकों ने बड़ी संख्या में वोट किया है. ऐसे में अमेरिका चुनाव काफी रोचक हो गया है.