अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर जॉन केन्गासॉन्ग ने एक आदेश जारी कर कहा है कि WHO के साथ काम कर रहे सभी अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से अपना काम बंद करना होगा. उन्होंने अपने निर्देश में कहा कि सभी स्वास्थ्य अधिकारी WHO को अपना सहयोग देना बंद कर दें.
ये आदेश WHO के साथ जुड़ने वाले सभी सीडीसी कर्मचारियों पर लागू होगा. साथ ही इसमें यह भी कहा गया है कि सीडीसी कर्मचारियों को WHO कार्यालयों में जाने की अनुमति नहीं होगी.
बीमारियों की रोकथाम पर असर पड़ेगा
अमेरिका द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद विशेषज्ञों ने कहा कि सेवाओं को अचानक इस तरह से रोकना आश्चर्य है और इससे अफ्रीका में मारबर्ग वायरस और मंकीपोक्स के प्रकोप की रोकथाम पर भी असर पड़ेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि ये निर्णय तब लिया गया है, जब दुनियाभर बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी काम कर रहे हैं.
दरअसल, राष्ट्रपति ट्रम्प ने पिछले सप्ताह अमेरिका को WHO से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए एक आदेश जारी किया था, लेकिन उसे तत्काल प्रभाव में नहीं लागू किया गया. दरअसल WHO छोड़ने के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता होती है.
फैसले से कई देशों पर प्रभाव पड़ेगा
पिछले सप्ताह ट्रंप ने एड्स राहत के लिए राष्ट्रपति की आपातकालीन योजना पर खर्च रोक दिया. एचआईवी को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे अभियान की शुरूआत पब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने की थी . इस प्रोग्राम के तहत 25 मिलियन लोगों की जान बचाई गई. जिसमें 5.5 मिलियन बच्चे भी शामिल हैं.
ट्रंप के पीछे हटने का असर उन देशों पर भी होगा, जो अमेरिका के रास्ते पर चलते हैं. दुनिया अभी युद्ध को लेकर डरी हुई है. कई देश अपना डिफेंस बजट बढ़ाने के फेर में है. इसमें अमेरिकी हवाले से वे भी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की फंडिंग रोक सकते हैं.