अमेरिका के एक वरिष्ठ सांसद ने दलाई लामा की मेहमाननवाजी करने पर कैलिफोर्निया के एक विश्वविद्यालय और भारतीय मूल के उसके चांसलर को धमकी देने पर चीन के एक समाचार पत्र की आलोचना की है. तिब्बत के धर्म गुरू दलाई लामा ने 17 जून को सान डियागो में यूनिवर्सिटी में कैलिफोर्निया में एक संबोधन दिया था. कैलिफोर्निया की सीनेटर डी फिन्स्टीन ने कहा कि मैं इसे बेहद अनुचित मानती हूं कि चीन की कम्यनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स का एक रिपोर्टर दलाई लामा को बुलाने के लिए यूनिवर्सिटी सान डियागो, उसके चांसलर और उसके छात्रों को धमकी दे रहा है.
वहीं इससे पहले सांसद ने मांग की कि समाचार पत्र को तत्काल माफी मांगनी चाहिए और उस लेख को तत्काल हटाना चाहिए जिसमें चांसलर प्रदीप खोसला के वीजा पर रोक लगाने की धमकी दी गई है साथ ही यह भी कहा गया है कि छात्रों पर रोक लगा कर विश्वविद्यालय को दंडित किया जाएगा. सांसद ने कहा कि समाचार पत्र का यह दिखाना कि दलाई लामा चीन विरोधी अलगाववादी हैं यह भी स्पष्ट रूप से गलत है. उन्होंने कहा कि मैं दलाई लामा को 25 से भी ज्यादा वर्ष से जानती हूं और उनके तथा चीन के बीच हुई हालिया बातचीत में सीधे तौर पर शामिल थी.
आपको बता दें कि इससे पहले भी चीनी मीडिया ने भारत पर दक्षिण एशिया में चीन के बढ़ते आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव से निपटने के लिए दलाई लामा कार्ड का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था और अरुणाचल प्रदेश में विवादित क्षेत्र में तिब्बती आध्यात्मिक नेता की मेजबानी करने पर नयी दिल्ली को गंभीर परिणाम की चेतावनी दी है.