हमास और इजरायल की जंग का आज 18वां दिन है. इजरायली एयरफोर्स गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर लगातार एयर स्ट्राइक कर रही है. इन हमलों में अब तक 5000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. हमास के खात्मे की कसम खा चुकी इजरायली सेना गाजा पट्टी को चारों तरफ से घेरकर ग्राउंड अटैक के लिए ग्रीन सिग्नल मिलने का इंतजार कर रही है. इन सबके बीच अमेरिका ने गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन में इजरायली सेना की मदद के लिए मरीन कमांडर समेत अन्य अफसरों को इजरायल भेजा है. ये मरीन कमांडर इराक में ISIS से जंग में अहम भूमिका निभा चुका है.
न्यूयॉर्क टाइम्स और वाल्ला की रिपोर्ट के मुताबिक, थ्री-स्टार मरीन कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स ग्लिन को इजरायल भेजा गया है. जेम्स ग्लिन इराक में ISIS के खिलाफ जंग में स्पेशल ऑपरेशन्स फोर्स का नेतृत्व कर चुके हैं. ग्लिन अभी मरीन कॉर्प्स (मैन पावर और रिजर्व अफेयर) के डिप्टी कमांडेंट के रूप में तैनात हैं. रिपोर्ट्स में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि ये अफसर इजरायल को ये निर्देश नहीं देंगे कि जमीनी हमला कैसे करें, बल्कि हमास के खिलाफ जंग में सैन्य सलाह देंगे.
बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि इजरायली सेना अभी तक जमीनी आक्रमण शुरू करने के लिए तैयार नहीं है. इसे लेकर अमेरिका चिंतित है कि इजरायल के पास गाजा में हमास को खत्म करने के लिए एक स्पष्ट सैन्य योजना की कमी है. और उसके पास कार्रवाई करने योग्य योजना नहीं है. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, ग्लिन इजरायल को युद्ध में नागरिक हताहतों की संख्या को कम करने के बारे में भी सलाह देंगे.
इजरायल ने की भीषण बमबारी
इजरायल ने सोमवार रात को गाजा पट्टी में भीषण बमबारी की. इजरायली सेना के मुताबिक, एयरफोर्स ने गाजा पट्टी में हमास के 400 ठिकानों को निशाना बनाया. इस हमले में कई हमास कमांडर भी मारे गए हैं. इजरायल के मुताबिक, हमले में हमास के नुसीरत, शाती और अलफुरकन बटालियन के डिप्टी कमांडर मारे गए हैं.
इजरायली चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने साफ कर दिया कि गाजा पट्टी में उनके हवाई हमले नहीं रुकेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने यहा भी कहा कि इजरायली सेना जमीनी हमले के लिए भी अच्छी तरह से तैयार है. इजरायली सेना गाजा पट्टी के चारों तरफ डेरा डाले हुए है.
फ्रांस के राष्ट्रपति पहुंचे इजरायल
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के बाद अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इजरायल के प्रति अपना पूर्ण समर्थन दिखाने के लिए तेल अवीव पहुंचे. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया कि वे हमास जब तक बंधकों को नहीं छोड़ता, तब तक वे सीजफायर का समर्थन नहीं कर सकते. बाइडेन ने कहा, हमास पहले बंधकों को छोड़े. इसके बाद वे सीजफायर पर बात करेंगे. उन्होंने कहा, पहले बंधकों को छोड़ा जाए, इसके बाद आगे की बात करेंगे.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे थे. इतना ही नहीं हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचाया था. इन हमलों में 1400 लोगों की मौत हुई है. वहीं, अब तक 220 इजरायली और विदेशी नागरिक हमास के कब्जे में हैं. हमास के इन हमलों के जवाब में इजरायली बमबारी जारी है. इन हमलों के जवाब में गाजा पट्टी से हमास और लेबनान से हिज्बुल्ला इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है. इजरायल के हमलों में फिलिस्तीन में अब तक 5100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. जबकि 15000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.