पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ओर से अंतिम चेतावनी मिलने के बाद भी आतंकवाद पर अंकुश लगाने को लेकर सक्रिय नहीं दिख रहा है. पाक सीमा पार लगातार घुसपैठ की कोशिश में लगा है तो सीजफायर का उल्लंघन भी कर रहा है. सीमा पर बढ़ रहे सीजफायर उल्लंघन की घटना पर अमेरिका ने पाकिस्तान को लताड़ा और इस पर अंकुश लगाने की नसीहत भी दी.
US State Dept to ANI: We are aware of media reports of recent shelling at Line of Control. We call on all parties to maintain peace&stability along LoC&to prevent cross-border terrorism.We continue to support direct dialogue b/w India&Pakistan on Kashmir &other issues of concern. pic.twitter.com/uINRedlyv2
— ANI (@ANI) October 21, 2019
अमेरिकी विभाग ने एएनआई से कहा कि हम लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर गोलीबारी की बढ़ रही घटनाओं से वाकिफ हैं. हमने सभी लोगों को एलओसी में शांति और स्थिरता बनाए रखने को कहा है. साथ ही यह भी कहा है कि सीमा पार आंतकवाद पर अंकुश भी लगाया जाए.
बातचीत जारी रखें दोनों देशः अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि हम कश्मीर मुद्दे के अलावा अन्य सभी मुद्दों पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे बातचीत जारी रखने का समर्थन करते हैं.
पिछले हफ्ते फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने आतंकवाद पर अंकुश लगाने को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि वो फरवरी 2020 तक सुधार के सख्त कदम उठाए. अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है.
27 में से महज 5 मानकों पर खरा
एफएटीएफ के टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के 27 मानकों में से 22 पर पाकिस्तान खरा नहीं उतर सका. इसके बाद एफएटीएफ ने कहा कि अगर पाकिस्तान फरवरी 2020 तक एक्शन प्लान पूरा नहीं करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा. एफएटीएफ ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के खिलाफ कार्रवाई पूरी करने के लिए पाकिस्तान को पहले अक्टूबर तक का समय दिया था.
36 सदस्य देशों वाले एफएटीएफ चार्टर के मुताबिक किसी भी देश को ब्लैक लिस्ट नहीं करने के लिए कम से कम तीन देशों के समर्थन की आवश्यकता होती है. पाक फिलहाल 'ग्रे लिस्ट' (वॉच लिस्ट) में है और वो इससे बाहर आने की कोशिश में जुटा है.