भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक इतिहास जानने के उत्सुक एक अमेरिकी छात्र ने लखनऊ में उर्दू का अध्ययन करने के लिए एक छात्रवृत्ति जीती है. इस छात्र का नाम अगबाद कीनन है और यह ईस्टर्न मिशीगन यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय मामलों का अध्ययन कर रहा है.
कीनन ने कहा 'मैं भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक इतिहास और कुछ खास समय में उनकी विशिष्ट स्थिति को जानने में दिलचस्पी रखता हूं क्योंकि दोनों ही देश परमाणु क्षमता प्राप्त कर चुके हैं और दोनों ने ही परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.'
विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा है कि इस साल गर्मी में उर्दू का लखनऊ में अध्ययन करने के लिए कीनन को 'क्रिटिकल लैंग्वेज स्कॉलरशिप' दी गई है. वह जून में लखनउ आएंगे और अगले आठ सप्ताह तक एक मेजबान परिवार के साथ रह कर उर्दू भाषा का अध्ययन करेंगे.
सीएलएस उर्दू कार्यक्रम का लक्ष्य इस भाषा के ज्ञान को और अधिक गहरा करना है. भाषा की कक्षाओं में व्याकरण, बातचीत, उच्चारण, लेखन आदि शामिल हैं ताकि भाषा के विकास के लिए जरूरी चार कौशल- सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना और समृद्ध हो सकें.
कीनन ने कहा 'मैंने इसलिए उर्दू चुना क्योंकि मैं क्षेत्रीय शिक्षा में दिलचस्पी रखता हूं.'