अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की जल्द वापसी के संकेत दिए हैं. ओबामा ने अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की नई भूमिका के भी संकेत दिए हैं, जिसके तहत वे अफगानी बलों को प्रशिक्षण और सलाह-मशविरा दे सकते हैं.
ओबामा ने शुक्रवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई से बताचीत के बाद घोषणा की कि 'हमारे सैनिक जरूरत के समय अफगानी बलों के साथ मिलकर लड़ते रहेंगे, लेकिन मैं स्पष्ट तौर पर यह कहना चाहता हूं कि इस वसंत ऋतु की शुरुआत से हमारे सैनिक अफगानी बलों के प्रशिक्षक, सलाहाकार और सहायक के रूप में एक अलग मिशन पर होंगे.'
उन्होंने कहा, 'यह अफगानिस्तान की पूर्ण सम्प्रभुता की दिशा में ऐतिहासिक क्षण और एक अगला कदम होगा, उस सम्प्रभुता के बारे में जिसका राष्ट्रपति करजई पूरा ख्याल रखते हैं और अफगानिस्तान के लोग भी.'
ओबामा ने कहा, 'अगले वर्ष यानी 2014 के अंत तक हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी अफगानिस्तान की हो जाएगी और इस तरह यह युद्ध एक जिम्मेदार निष्कर्ष पर पहुंच जाएगा.'
ओबामा ने कहा कि वह अभी 2014 के बाद अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी के बारे में पेंटागन द्वारा की गई सिफारिशों की समीक्षा कर रहे हैं और अफगानिस्तान के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर के बाद आने वाले सप्ताहों में कोई घोषणा करेंगे.
दोनों नेताओं ने अपने बयान में पुष्टि कर दी है कि अमेरिका अफगानिस्तान में स्थायी सैन्य ठिकाने नहीं चाहता है.