विश्व बलूच संस्थान ने न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के खिलाफ कैंपेन शुरू किया है. पाकिस्तान बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान घिरता जा रहा है. प्रदर्शनकारियों ने अपने पोस्टर्स में लिखा है कि बलूचों की जिंदगी भी कीमती है. पोस्टर्स में संयुक्त राष्ट्र से गुहार लगाई जा रही है कि बलूचिस्तान मामले में संयुक्त राष्ट्र दखल दे, बलूचिस्तान में लापता हुए लोगों को वापस लाया जाए. बलूचिस्तान मूवमेंट का कैंपेन पूरे न्यूयॉर्क में चल रहा है.
USA: World Baloch Org has launched a campaign in New York to highlight human rights violations in Balochistan. Mobile billboards displaying messages "Baloch Lives also matter”, “Justice for Balochistan” and “UN must help recover missing people in Balochistan" seen across the city pic.twitter.com/qF3uc9HbES
— ANI (@ANI) September 24, 2019
अभी हाल में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के सत्र के दौरान बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर विरोध प्रदर्शन दिखाई दिए थे. पाकिस्तान से आजादी की मांग कर रहे बलूचिस्तान के लोगों ने इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सामने क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के 'अत्याचारों' को उजागर करते हुए अपनी बात रखी थी.
वरिष्ठ बलूच कार्यकर्ता करीमा बलूच ने मार्च महीने में ही इस मंच से इस बात को उजागर किया था कि पाकिस्तान की सेना कई दशकों से बलूच प्रांत में स्थानीय लोगों का कत्लेआम करती आ रही है. उन्होंने कहा था, "बलूच लोगों के मानवाधिकारों के हो रहे उल्लंघन को रोका जाना चाहिए और अपराधियों को न्याय का सामना करवाना चाहिए." करीमा ने कहा कि दुनिया को तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और एक अंतरराष्ट्रीय जांच इस बाबत शुरू करानी चाहिए.