उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय उद्यमियों के साथ रूस का दौरा किया और कृषि तकनीक के क्षेत्र में सहयोग की पेशकश की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत और रूस के बीच सहयोग और दोस्ती को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रूस की यात्रा पर थे. रूस में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में करीब 8 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि और इससे जुड़े क्षेत्र के विकास की संभावनाएं मौजूद हैं. यहां पर निवेश किया जा सकता है. यहां पर चुनौती सिर्फ इस बात की है कि कृषि के आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके कृषि योग्य भूमि पर खाद्यान्न, तिलहनी फसलों, फल, आलू और अन्य सब्जियों के उत्पादन में इजाफा करने के लिए संसाधन और निवेश का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए.
उन्होंने कहा कि भारत में कृषि के क्षेत्र में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) शोध और विकास संस्थाएं हैं. इन संस्थाओं की विशेषज्ञता और मार्ग दर्शन सुदूर पूर्वी रूस में कृषि क्षेत्र की चुनौतियों को दूर करने में सहायक होगी. साथ ही कृषि के समेकित विकास की संभावनाओं के लिए रोड मैप तैयार करने में मदद करेगी. आपको बता दें कि सुदूर पूर्वी रूस के आमुर, प्रिमोर्स्की और याकुतिया इलाकों में कृषि योग्य काफी भूमि है, जिसके सिर्फ 40 फीसदी हिस्से में ही फसल की पैदावार की जाती है.
सीएम योगी ने बताया कि कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) इस क्षेत्र की देश की सर्वोच्च संस्था है, जिसके सहयोग और समन्वय से साल 2018-19 में करीब 25 मिलियन डॉलर की खाद्य सामग्री का निर्यात रूस को किया गया. इसके अलावा चाय और कॉफी पर शोध व विकास के लिए भारत में विकास बोर्ड बनाया गया है. इन संस्थाओं द्वारा सुदूर पूर्वी रूस में निवेश की संभावनाओं और निर्यात में सहयोग दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और ऊर्जा से जुड़े विकास की तकनीकों, प्रसंस्करण और निर्यात के क्षेत्र में भारत और रूस के बीच संयुक्त रूप से मजबूत संबंध स्थापित होंगे, जिसका लाभ दोनों देशों को मिलेगा.
योगी बोले- विश्व की तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था है भारत
रूसी प्रतिनिधियों के साथ कृषि, खाद्य प्रसंस्करण व ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा के दौरान सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के साथ ही भारत की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने कहा कि भारत 7.3 फीसदी की विकास दर से तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो विश्व की तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. साल 2017-18 में भारत का अनाज उत्पादन 285 मिलियन टन रहा, जो एक कीर्तिमान है.
बागवानी का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि देश में बागवानी विकास दर बेहत उत्साहजनक है और कृषि के क्षेत्र में इसका योगदान 33 फीसदी है. कृषि के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को गिनाते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत में लगभग 115 मिलियन टन चावल, 100 मिलियन टन गेहूं, 13 मिलियन टन न्यूट्रीसिरियल्स, 97 मिलियन टन फल,133 मिलियन टन सब्जी और 51 मिलियन टन आलू का प्रमुखता के साथ उत्पादन किया जाता है.
खाद्यान्न उत्पादन में यूपी सबसे आगेः योगी
सीएम योगी ने कहा कि देश में होने वाले उत्पादन का 17 फीसदी खाद्यान्न, 47 फीसदी गन्ना, 38 फीसदी गेहूं, 32 फीसदी आलू और 17 फीसदी दूध का उत्पादन सिर्फ उत्तर प्रदेश में होता है. खाद्यान्न, गन्ना, आलू, आम, आंवला और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है. सीएम योगी ने कहा कि भारत शहद उत्पादन और पशुधन में सबसे अग्रणी देश है. इस दौरान केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, रूस के डिप्टी पीएम यूरी ट्रटनेव, प्रथम डिप्टी मिनिस्टर सरजे टिर्टसेव समेत अन्य मौजूद रहे.