संयुक्त राष्ट्र के महासचिव 'एंतोनियो गुतारेस' ने भारत और पाकिस्तान से अपील करते हुए कहा है कि दोनों देश "अत्यधिक संयम" बरतने और पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनो देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाएं.
गुतारेस ने यह भी दोहराया कि यदि दोनों पक्ष चाहें, तो संयुक्त राष्ट्र दोनो देशों के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार है, गुतारेस ने आतंकवादी हमले की पिछले सप्ताह कड़ी निंदा की थी.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक मंगलवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच अत्यधिक संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया. उन्होंने यह भी कहा कि यदि दोनों देश चाहें तो वह उनके बीच मध्यस्थता के लिए हमेशा तैयार हैं."
दुजारिक से जब इसके बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालात देखकर, हम पुलवामा में 14 फरवरी को भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बाद काफी चिंतित हैं. उन्होंने बताया कि, पाकिस्तान के स्थायी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र में महासचिव के साथ बैठक के लिए अनुरोध किया है, इसके अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री 'शाह महमूद कुरैशी' ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए जरुरी कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने कहा, हमने संयुक्त राष्ट्र को पत्र भेजे जाने संबंधी प्रेस रिपोर्ट देखी हैं, जहां तक हमें पता चला है, अभी तक ऐसा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है.
दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) ने 16 फरवरी को बताया था कि, जम्मू में संयुक्त राष्ट्र के एक वाहन को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने घेर लिया था और उन्होंने वाहन के सामने पाकिस्तान का झंडा रख दिया था.
उन्होंने इस घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि, वाहन ने इसे नजरअंदाज कर वहां से जाने का प्रयास किया, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए. इस मिशन ने भारत और पाकिस्तान के प्राधिकारियों को घटना पर खेद जताया एवं इस भयावह परिस्थितियों के बारे में सूचित कर दिया है. मिशन ने भारत से अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया है और मिशन इस मामले की जांच भी करेगा.
भारत यह कहता रहा है कि यूएनएमओजीआईपी का औचित्य अब समाप्त हो गया है और यह शिमला समझौते के बाद अप्रासंगिक हो गया था.
आतंकवादी हमले पर पीटीआई के प्रश्न का उत्तर देते हुए दुजारिक ने कहा, हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं और हमला करने वालों को न्याय के दायरे में लाए जाने का आह्वान करते हैं.
उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण संबंध रहें हैं, पिछले सप्ताह पुलवामा हमले के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए थे.
केन्द्र सरकार ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद दोनों देशों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को विचार विमर्श के लिए वापस बुला लिया था.