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'लोग वोदका पीकर मर रहे हैं, आपका बेटा तो देश के लिए शहीद हुआ है', नाराज सैनिकों के परिवार से बोले पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ जंग में शामिल हुए सैनिकों के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने उन लोगों को सांत्वना भी दी और उनसे कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. यूक्रेन में नौ महीने से जारी जंग पर अब सैनिकों के परिवार भी अपनी नाराजगी जताने लगे हैं. यही वजह है कि पुतिन ने मॉस्को में कई जवानों के परिवारों से मुलाकात की.

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 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फोटोः रायटर्स)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फोटोः रायटर्स)

रूस और यूक्रेन में खूनी जंग नौ महीने से जारी है. इसी बीच शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 17 रूसी सैनिकों के परिवार के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने शहीद हुए एक जवान की मां से कहा, "कुछ लोग वोदका से मर जाते हैं और उस पर किसी का ध्यान तक नहीं जाता है. लेकिन आपका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है."

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पुतिन ने सांत्वना देते हुए कहा कि मैं आपका दर्द को समझ सकता हूं. संतान को खोने से बड़ा दर्द कुछ नहीं है.

मां की जिंदगी में बेटे की जगह कोई नहीं ले सकता
सैनिकों की मांओं से मुलाकात के दौरान पुतिन ने कहा कि हम आपके दर्द को समझ रहे हैं. एक मां की जिंदगी में उसके बेटे की जगह कोई नहीं ले सकता है. पुतिन ने इस मीटिंग में 17 सैनिकों की मांओं से मुलाकात की थी. पुतिन ने ये भी कहा कि मैं ही नहीं बल्कि पूरी सरकार दुख की इस घड़ी में आपके साथ है. 

कुछ लोग वोदका पीकर मर जाते हैं
हाल ही सेना में भर्ती किए गए रूसी सैनिकों की मांओं और पत्नियों ने कई वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किए थे. इनमें उन्होंने बताया था कि कैसे उनके बेटे और पतियों को बिना ट्रेनिंग दिए और खराब हथियार के साथ युद्ध में भेजा जा रहा है. कई महिलाएं ऐसे वीडियो शेयर कर राष्ट्रपति पुतिन से उन्हें इस समस्या से निजात दिलाने की अपील कर रही हैं.

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पुतिन इस मुलाकात के जरिए युद्ध में भेजे गए सैनिकों और उनके परिवार को ये भरोसा दिलाना चाहते थे कि वो हर स्थिति में उनके साथ खड़े हैं.

हालांकि मुलाकात के दौरान पुतिन ने जंग में शहीद हुए एक सैनिक की मां से कहा, 'कुछ लोग वोदका पीकर मर जाते हैं और उन पर किसी का ध्यान तक नहीं जाता. लेकिन आपका बेटा देश के लिए लड़ा और शहीद हुआ है.'  

पुतिन ने कहा, 'हीरो की तरह लड़ रहे रूसी सैनिक'
राष्ट्रपति पुतिन ने सैनिकों की मांओं से ये भी कहा, ''मैं आपसे मिलना चाहता था ताकि मैं युद्ध की स्थिति से आप लोगों को अवगत करा सकूं. मैं समय-समय पर रूसी सैनिकों से बात करता रहता हूं.''

पुतिन ने इस दौरान सैनिक के परिवारों को टीवी और इंटरनेट पर आ रहीं यूक्रेन जंग की खबरों पर विश्वास नहीं करने की सलाह दी. साथ ही कहा कि हमारे सैनिक वहां हीरो की तरह लड़ रहे हैं.

क्यों नाराज हैं रूसी सैनिकों के परिवार
यूक्रेन में जारी जंग का रूस में लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है. रूसी सैनिकों के परिवार ये शिकायत कर रहे हैं कि उनके बेटों को बिना प्रशिक्षण और अच्छे हथियारों के साथ युद्ध में भेजा जा रहा है. परिवारों का आरोप है कि कड़ाके की ठंड में पर्याप्त कपड़ों की कमी से सैनिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोगों का ये भी आरोप है कि हाल ही में यूक्रेनी सेना से मिली करारी हार के बाद भी रूस लगातार जवानों को 'बली का बकरा' बना रहा है.

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पुतिन के सितंबर महीने में तीन लाख सैनिकों की अतिरिक्त तैनाती वाले आदेश के बाद से ही लोग उनका विरोध करने लगे हैं. इस घोषणा के बाद सेना में भर्ती होने से बचने के लिए वहां के सैकड़ों लोगों ने देश तक छोड़ दिया था.

रिपोर्ट्स की मानें तो रूस-यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद से दोनों तरफ के लगभग लाखों सैनिक शहीद हो चुके हैं और इतने ही घायल हुए हैं.

 

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