रूस के हमले के बाद यूक्रेन में जारी युद्ध को आज सप्ताह भर से ज्यादा हो चुका है और तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच टीवी पर प्रसारित एक बैठक के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर यूक्रेन "इसी तरह का व्यवहार जारी रखता है", तो वह अपना राज्य का दर्जा खो सकता है.
'नागरिकों की पीठ पीछे छिपते हैं'
पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन ने मानवीय गलियारों को निकालने का अनुरोध किया है, लेकिन किसी को बाहर नहीं जाने दिया. यह नियो-नाज़ी हैं, जो नागरिकों की पीठ के पीछे छिपते हैं, उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं, उन्हें निकलने नहीं देते. पुतिन ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पश्चिमी समकक्षों का दावा है कि मास्को में भी कट्टरपंथी हैं, जबकि 'हमारी सरकार में हमारे पास नहीं है'.
'रूस पर पश्चिमी प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान'
पुतिन ने शनिवार को कहा कि रूस पर पश्चिमी प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान थे. उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन में नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने का कोई भी प्रयास इस तनाव में घुसने के बराबर होगा. दरअसल, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने नाटो पर अपने देश पर ये कहकर नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने दबाव बनाया है कि इस जंग में मरने वाले सभी लोग आपकी वजह से मरेंगे. वहीं नाटो ने कहा है कि नो-फ्लाई ज़ोन यूरोप में परमाणु-सशस्त्र रूस के साथ व्यापक युद्ध को भड़का सकता है.
रूस पर कई देशों ने लगाए प्रतिबंध
पुतिन ने ये भी दोहराया कि यूक्रेन में उनका उद्देश्य देश के "विसैन्यीकरण और डी-नाज़िफिकेशन" के माध्यम से रूसी भाषी समुदायों की रक्षा करना है ताकि वह न्यूट्रल हो जाए. बता दें कि यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने 24 फरवरी को शुरू हुए आक्रमण को निराधार बताकर खारिज किया है और मास्को को अलग-थलग करने के उद्देश्य से उसपर व्यापक प्रतिबंध लगाए हैं