पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने वाघा सीमा पर हुए आत्मघाती हमले की जांच के लिए एक संयुक्त जांच दल का गठन किया है. यह दल अगले तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंप देगा.
पाकिस्तानी न्यूजपेपर ‘डॉन’ की वेबसाइट के मुताबिक, गृह मंत्री शुजा खानजादा ने बताया कि जांच दल में चेनाब रेंजर्स, इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई), आतंकवाद निरोधी विभाग, विशेष शाखा और पंजाब पुलिस के प्रतिनिधि शामिल होंगे. यह दल उन संभव सुरक्षा चूकों की जांच करेगा, जिसके कारण आत्मघाती हमलावर दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में सफल हुआ.
उन्होंने बताया कि अधिकारियों को 31 अक्टूबर को लाहौर में आतंकवादी हमले की चेतावनी दी गई थी और उन्हें बताया गया था कि वाघा सीमा भी निशाने पर हो सकती है. उन्होंने कहा कि वाघा परेड मैदान जिस अफसर के क्षेत्राधिकार में आता है, उसे समय रहते यह जानकारी दे दी गई थी. हमले की आशंका की सूचना को ध्यान में रखते हुए रेंजर्स और पुलिस की संयुक्त जांच चौकी पर दो दर्जन अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.
मंत्री ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद हमलावर घटनास्थल पर कैसे पहुंचा. उन्होंने हमले में विदेशी हाथ होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया. वाघा सीमा पर हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई थी और 110 लोग घायल हुए थे.