लाहौर में रविवार को हुए आत्मघाती हमले में 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से ज्यादा घायल हैं. पाकिस्तानी जांच एजेंसियों ने यह हमला कराने वाले आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है. इस बीच पाकिस्तान तालिबान से अलग हुए आतंकी संगठन जमात उल एहरार ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
निशाने पर थे ईसाई: जमात-उल-एहरार
जमात-उल-एहरार के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने कहा, 'हमारे टारगेट ईसाई थे. हम प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को यह मैसेज देना चाहते थे कि हम लाहौर में घुस चुके हैं.' यह संगठन
पाकिस्तान तालिबान के साथ 2014 में हुए कई हमलों की पहले भी जिम्मेदारी ले चुका है.
मोदी ने की शरीफ से बात
यह ब्लास्ट लाहौर के गुलशन-ए-इकबाल पार्क में हुआ. हमले के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से फोन पर बात की. मोदी ने आतंकवादी हमले पर अपनी गहरी संवेदना
व्यक्त की. साथ ही उन्होंने आतंक के खिलाफ लड़ाई में समझौता नहीं करने की भी बात कही.
आत्मघाती हमलावर ने बांध रखी थी विस्फोटक बेल्ट
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक यह एक आत्मघाती हमला था. आत्मघाती हमलवार ने अपने बेल्ट से विस्फोटक बांध रखा था. फॉरेंसिक सूत्रों का कहना आत्मघाती हमलावर ने 10 किलोग्राम
विस्फोटक बेल्ट पहने रखी थी. इलाके में सेना तैनात कर दी गई है. जियो न्यूज के मुताबिक रविवार और ईस्टर होने के कारण पार्क में काफी भीड़ थी. सिक्योरिटी टीमों ने पार्क और उसके
आसपास का एरिया अपने कब्जे में लेकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
पीएम मोदी ने की निंदा
पीएम मोदी ने ट्वीट कर हमले की निंदा की. पीएम ने ट्वीट किया, 'लाहौर में विस्फोट के बारे में सुना है. मैं दृढ़ता से इसकी निंदा करता हूं. मृतक के साथ घायलों के परिवारों के प्रति मेरी
संवेदनाएं.