पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने शुक्रवार को अपने देश के 69वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि पाकिस्तान की भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की इच्छा है लेकिन अपनी सुरक्षा के प्रति किसी भी खतरे को वह नाकाम कर देगा.
एलओसी पर भारतीय कार्रवाई पर नाराजगी जताई
इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम में सामान्य नागरिकों एवं सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, अगर हमारी क्षेत्रीय अखंडता को कोई खतरा होगा तो पाकिस्तान कोई समझौता नहीं करेगा.' एलओसी पर गोलीबारी की घटना का परोक्ष उल्लेख करते हुए उन्होंने भारत से लगी पूर्वी सीमा पर आक्रामक कार्रवाई पर खेद
प्रकट किया.
आतंक के खिलाफ लड़ाई का दावा
हुसैन ने कहा कि सरकार ठोस और प्रभावी विदेश नीति पर चल रही है जिसके फलस्वरूप उसकी छवि देशों के समूह में सुधरी है.आतंकवादी और विदेशी शत्रुओं के
एजेंडे पर काम करने वाले, देश की शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि कुछ अवांछित तत्व हैं जो देश में अस्थिरता फैलाने की चेष्टा कर रहे हैं
और उन नकारात्मक, विध्वंसकारी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही हैं जिन्होंने पाकिस्तान की एकता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है.
पाक राष्ट्रपति ने कहा, 'सरकार और सशस्त्र बलों ने उनके खिलाफ जबर्दस्त अभियान छेड़ा है जिसके सकारात्मक नतीजे आने लगे हैं. आतंकवादियों के खिलाफ अभियान इस बुराई के खात्मे तक जारी रहेगा.' राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द ही इस समस्या से निजात मिल जाएगी.
ध्वजारोहरण समारोह में चीफ गेस्ट थे हुसैन
हुसैन ने कहा कि 46 अरब डॉलर का चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा न केवल इन दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए अहम है. स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को बधाई देते हुए हुसैन ने पाकिस्तान आंदोलन के नेताओं को इस उपमहाद्वीप में मुसलमानों के लिए पृथक होमलैंड बनाने के उनके अथक प्रयास को लेकर श्रद्धांजलि दी.ध्वजारोहण कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुख्य अतिथि थे. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, सेना प्रमुख राहील शरीफ, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और नेशनल एसेम्बली के अध्यक्ष एयाज सादिक भी इस मौके पर मौजूद थे.