रूस के उफा में शुक्रवार को 15वां संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन शुरू हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में कहा कि भारत का बड़ा बाजार एससीओ क्षेत्र में तरक्की लाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है.
पीएम मोदी ने कहा कि वह सभी सदस्यों को इस बात के लिए आश्वस्त करते हैं कि एससीओ के विकास में भारत का पूरा सहयोग रहेगा. उन्होंने कहा, 'आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरा है. हम आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए एससीओ के साथ काम करेंगे.'
'दोस्ती बरकरार रखने के लिए हर संभव कोशिश'
सम्मेलन के दौरान मोदी ने पाकिस्तान को संगठन में शामिल होने पर बधाई दी. उन्होंने कहा, 'एससीओ के जरिए शांति व्यवस्था और दोस्ती बरकरार रखने के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा.'
बैठक की मेजबानी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की. इसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और एससीओ के अन्य नेता हिस्सा ले रहे हैं. चीन, कजाकिस्तान, किर्गिजस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान साल 2001 में स्थापित एससीओ के पूर्ण सदस्य हैं. वहीं, अफगानिस्तान, भारत, ईरान, मंगोलिया तथा पाकिस्तान पर्यवेक्षक हैं, जबकि बेलारूस, तुर्की तथा श्रीलंका वार्ता साझेदार हैं.
- इनपुट IANS