Britain Queen Elizabeth II died: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (96 साल) का गुरुवार रात (भारतीय समयानुसार) निधन हो गया है. वे पिछले काफी समय से बीमार थीं. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय लंदन के बकिंघम पैलेस की बजाय स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल (Balmoral Castle) में रह रही थीं. महारानी पिछले साल अक्टूबर से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रही थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महारानी एपिसोडिक मोबिलिटी प्रॉब्लम (episodic mobility) से ग्रसित थी. उन्हें चलने और खड़े होने में परेशानी हो रही थी. यही कारण है कि महारानी ने डॉक्टरों की सलाह पर बुधवार को मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक भी रद्द कर दी थी. एलिजाबेथ द्वितीय 1952 से ब्रिटेन और एक दर्जन से ज्यादा अन्य देशों की रानी रही हैं.
डॉक्टर्स की सलाह पर मीटिंग टाल दी थी
ब्रिटेन की महारानी बुधवार को नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस के साथ दिखी थीं. बुधवार को उनको सीनियर मंत्रियों के साथ वर्चुअली मीटिंग भी करनी थी, लेकिन डॉक्टर्स की सलाह पर उन्होंने आराम किया और मीटिंग को टाल दिया था. इसके बाद गुरुवार को जब महारानी का चेकअप हुआ तो डॉक्टर्स ने उनकी हेल्थ को लेकर चिंता जताई थी.
फरवरी में हो गया था कोरोना
डॉक्टर्स का कहना था कि महारानी को मेडिकल सुपरविजन में रखा जाएगा. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को इसी साल फरवरी में कोरोना भी हो गया था. तब उनको हल्की सर्दी जैसे लक्षण थे. महारानी के बेटे प्रिंस चार्ल्स, उनकी पत्नी कैमिला, पोते प्रिंस विलियम्स भी आज स्कॉटलैंड पहुंच गए थे. प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मीगन भी स्कॉटलैंड महारानी का स्वास्थ्य जानने गए थे.
जानिए एपिसोडिक मोबिलिटी प्रॉब्लम के बारे में...
इस बीमारी की वजह से कुर्सी पर बैठने और उठने में दिक्कत होती है. चल-फिर भी नहीं पाते हैं. जॉइंट प्रॉब्लम होती है. इसके साथ दर्द भी होता है. HealthinAging.org के अनुसार, मांसपेशियों की कमजोरी, जोड़ों की समस्याएं, दर्द, बीमारी, और तंत्रिका संबंधी (मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र) परेशानी होती है. कभी-कभी कई हल्की समस्याएं एक समय में होती हैं और गंभीर रूप से गतिशीलता प्रभावित करती हैं. यहां बता दें कि ये बीमारी सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं, बल्कि बेहद आम है. सीडीसी का अनुमान है कि संयुक्त राज्य में आठ मिलियन से अधिक लोगों को चलने या सीढ़ियों का उपयोग करने में गंभीर समस्या आती है.
चोट भी एपिसोडिक को प्रभावित कर सकता है
डॉक्टर्स के अनुसार, एपिसोडिक मोबिलिटी प्रॉब्लम का औपचारिक निदान नहीं है. 'एपिसोडिक' यह कहने का एक तरीका है कि किसी व्यक्ति की गतिशीलता में उतार-चढ़ाव होता है या एपिसोड में आता है. इसमें पुराना दर्द उखड़ आना, मौसम (उदाहरण के लिए बैरोमीटर का दबाव, जोड़ों में सूजन) और चोट भी एपिसोडिक को प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए यह याद रखना जरूरी है कि जब कोई व्यक्ति एपिसोडिक के मसले या दिव्यांगता के बारे में अधिक व्यापक रूप से बात करता है तो आप इस बारे में धारणा नहीं बना सकते कि वह व्यक्ति क्या कर सकता है या नहीं कर सकता है.