प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी विदेश दौरे पर जाते हैं तो वहां रह रहे भारतीयों से जरूर मिलते हैं. इसकी शुरुआत मोदी ने PM बनने के बाद पहली बार अमेरिका दौरे से की थी. न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर में उनका ऐसा भव्य स्वागत हुआ, जो पहले कभी किसी भारतीय पीएम का नहीं हुआ था. मोदी फिलहाल ब्रिटेन यात्रा पर हैं. वैसे तो यह उनका 29वां विदेश दौरा है. लेकिन मेडिसन स्क्वेयर जैसे कार्यक्रम उन्होंने कुछ ही जगहों पर किए हैं. जहां किए वहां रॉकस्टार कहलाए. उनके इन्हीं खास दौरों के चंद खास लम्हे.
1. न्यूयॉर्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल 26 से 30 सितंबर तक अमेरिका दौरे पर रहे. न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में भाषण दिया. इस दौरान 18,000 से ज्यादा भारतीय अमेरिकी मौजूद रहे. भारतीयों और भारतीय मीडिया ने इस भाषण के बाद ही मोदी को रॉकस्टार की उपाधि दी.
खास बातः मोदी ने कहा- '21वीं सदी हिंदुस्तान की होगी.' अप्रवासी भारतीयों को बड़ा तोहफा देते हुए पीआईओ कार्ड होल्डर को आजीवन वीजा और अमेरिकी टूरिस्टों के को वीजा ऑन अराइवल देने का ऐलान किया.
2. सिडनीः मोदी पिछले साल 14 से 18 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रहे. यह 28 साल बाद किसी भारतीय पीएम का पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा था. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया में पहली बार ट्रेन में अतिरिक्त बोगी लगाई गई. सिडनी के अलफॉन्स एरीना में उन्हें सुनने करीब 17 हजार लोग मौजूद रहे .
खास बातः भारत के पीएम को ऑस्ट्रेलिया आने में 28 साल लग गए. अब 28 साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा. ऑस्ट्रेलिया और इंडिया क्रिकेट के बिना नहीं जी सकते. क्रिकेट ने हमें जोड़ा है. दोनों ही देशों में लोकतंत्र मजबूत है. लोकतंत्र हमारी धरोहर है.
3. शंघाईः मोदी इसी साल 14 से 16 मई तक चीन के दौरे पर थे. 16 मई को उन्होंने शंघाई में भारतीयों को संबोधित किया . इसकी तुलना मैडिसन स्क्वेयर के भाषण से की गई. इस दौरान करीब 45000 लोग मौजूद रहे. यह पहली बार था जब चीन में किसी भारतीय पीएम ने ऐसा कार्यक्रम किया.
खास बातः 'एक साल पहले सिर्फ एक ही स्वर सुनाई देता था, स्वर कि दुख भरे दिन बीते रे भैया, अब सुख आयो रे. 15 साल पहले विकासशील देशों को कोई पूछता नहीं था. विश्व के मानचित्र में हवा बदल चुकी है. भारत आज नई भूमिका की ओर बढ़ रहा है.'
4. दुबईः पीए मोदी इसी साल 16 और 17 अगस्त को सऊदी अरब के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने दुबई में करीब 50 हजार प्रवासी भारतीयों को 75 मिनट का जोरदार भाषण दिया. यह संयुक्त अरब अमीरात के इतिहास में पहली बार था कि किसी भी देश के नेता ने इतनी बड़ी सभा को संबोधित किया.
खास बातः भारत के प्रधानमंत्री को यहां आने में 34 साल लग गए. आज दुनिया का कोई भी राजनेता जब मोदी से हाथ मिलाता है तो उसे मोदी नहीं, 125 करोड़ हिंदुस्तानी दिखाई देते हैं. दुबई लघु भारत ही नहीं, लघु विश्व बन गया है
5. फिर न्यूयॉर्कः पीएम मोदी ठीक एक साल बाद दोबारा न्यूयॉर्क पहुंचे. वैसी ही भीड़ के वैसे ही उत्साह के बीच इसी साल 28 सितंबर को उन्होंने सैप सेंटर में 18000 भारतीयों को संबोधित किया . पिछले साल मैडिसन स्क्वेयर में भी 28 सितंबर को ही भारतीयों को संबोधित किया था.
खास बातः मोदी ने कहा था, 'आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता. अच्छे-बुरे आतंकवाद से मानवता की रक्षा नहीं हो सकती. आतंकवाद आतंकवाद होता है. UN 70 साल से तय नहीं कर सका कि आतंकवाद की परिभाषा क्या है.'
6. और अब ब्रिटेनः अब ब्रिटेन में रहने वाले भारतीयों को पीएम मोदी का इंतजार है. मोदी शुक्रवार रात ब्रिटेन के वेंबले स्टेडियम में करीब 70,000 भारतीयों को संबोधित करने वाले हैं. इस लिहाज से विदेश यात्रा के दौरान यह उनका सबसे भव्य और सबसे बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है.