उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से अपने रिश्ते बेहतर करने की पहल जैसे ही की, वैसे ही दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने की एक किरण भी दिखाई दी. गुरुवार को व्हाइट हाउस ने भी उम्मीद जताते हुए कहा कि ‘विंटर ओलंपिक' में हिस्सा लेने से उत्तर कोरिया को अपनी स्थिति बेहतर करने का मौका मिलेगा.
अपनी स्थिति आएगी समझ?
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कल एक दैनिक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें ऐसा लगता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़े शासन के लिए यह एक मौका है कि वह परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए अपनी इस स्थिति को खत्म कर सके.’’ उन्होंने कहा ‘‘हमें उम्मीद है कि उत्तर कोरिया को अपनी स्थिति समझ आएगी.’’
साथ आने का पहला मौका नहीं
‘विंटर ओलंपिक’ में अपने एथलीटों को दक्षिण कोरिया के साथ भाग लेने के लिए भेजने के उत्तर कोरिया के फैसले पर किए सवाल पर सारा ने यह प्रतिक्रिया दी. सारा ने कहा, ‘‘यह पहला मौका नहीं हैं जब दोनों देश एक साथ आएं हैं. हमें उम्मीद है कि यह अनुभव उत्तर कोरिया के एथलीटों को स्वतंत्रता का हल्का स्वाद चखने का मौका देगा और यह एक ऐसी बात है जो आपसी बातचीत को प्रभावित करेगी.’’
दक्षिण कोरिया ने भेजा प्रस्ताव
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया में होने वाले विंटर ओलंपिक में उत्तर कोरियाई एथलीटों को भेजने के लिए तैयार हो गए थे. जिसके बाद दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री ने किम जोंग के सामने बातचीत का प्रस्ताव रखा था. और बुधवार को दोनों कोरियाई देशों ने दक्षिण कोरिया में इस साल होने वाले ‘विंटर ओलंपिक’ में एक साथ मार्च करने का फैसला किया था.