आतंक की दुनिया में 'व्हाइट विडो' नाम से कुख्यात मुस्लिम महिला ने अलकायदा नेटवर्क के मारे गए मुखिया ओसामा बिन लादेन को अपना सबसे सच्चा प्यार बताया है. 'व्हाइट विडो' की एक कविता पुलिस के हाथ लगी है, जिसमें उसने ओसामा की शान में कसीदे गढ़े हैं.
यूं तो 'व्हाइट विडो' की कविता में स्पेलिंग संबंधी गलतियों की भरमार है, इसके बावजूद इसका मजमून लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए काफी है. ब्रिटिश पुलिस का इस महिला की कविता एक कम्प्यूटर के हार्ड ड्राइव से मिली. कम्प्यूटर केन्या के शहर मोम्बासा के एक घर बरामद हुआ. कविता में लिखा है:
'ओ शेख ओसामा माई फादर, माई ब्रदर
माई लव फॉर यू इज लाइक नो अदर
ओ शेख ओसामा नाऊ दैट यू आर गॉन
द मुस्लिम्स मस्ट वेकअप दे मस्ट बी स्टांग.'
इस कविता में अलकायदा के और मजबूत होने की कामना की गई है. इसमें खुदा को सर्वशक्तिमान बताते हुए उनसे कई तरह ही दुआएं मांगी गई हैं. दिलचस्प बात यह है कि कविता में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बारे में लिखा गया कि उनकी कोई जीत नहीं हुई थी (देयर वाज नो विक्ट्री फॉर यू मिस्टर ओबामा).
नैरोबी के मॉल में व्हाइट विडो के इशारे पर खेला गया खूनी खेल
गौरतलब है कि अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना ने मई, 2011 को पाकिस्तान में एक ऑपरेशन चलाकर मार गिराया था.
दरअसल, 7 जुलाई, 2005 को 4 इस्लामिक आतंकियों ने लंदन के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क पर आत्मघाती हमला कर दिया था. इस हमले में 52 बेकसूर लोगों की जान चली गई थी. 'व्हाइट विडो' इसी हमले में शामिल एक आतंकी की विधवा हैं.
पिछले महीने ही नैरोबी के एक शॉपिंग मॉल में हमला हुआ था, जिसमें 67 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद केन्या की सरकार से इंटरपोल से 'व्हाइट विडो' को गिरफ्तार करने के लिए अनुरोध भेजा था. तब इंटरपोल ने एक रेड कॉर्नर नोटिस भेजा. केन्या के अधिकारियों की मानें, तो नैरोबी के मॉल में खून-खराबे के पूरे ऑपरेशन की अगुवाई एक व्हाइट महिला ने की, जिसका नाम है- सामंथा ल्यूथवेट यानी 'व्हाइट विडो'.
कौन है 'व्हाइट विडो'
आतंक की दुनिया में सामंथा ल्यूथवेट 'व्हाइट विडो' नाम से ही चर्चित हैं. ये गोरी महिला अफ्रीकी देश में मौत का खेल खेलने में माहिर हैं.
2005 में जुलाई महीने की 7 तारीख. तब लंदन दहल उठा था. वहां 'ट्यूब' यानी मेट्रो में भीषण धमाका हुआ था. इसी धमाके में मारे गए आतंकी की बेवा हैं 'व्हाइट विडो'.
इस घटना के 6 साल बाद, यानी 2011 में पता चला कि वे केन्या के मोम्बासा में रह रही हैं. 6 सालों में ल्यूथवेट ने आतंक की दुनिया में अपनी खास पहचान बना ली. धीरे-धीरे उसके रिश्ते सोमालिया के आतंकी संगठन अल शबाब से जुड़े. दिलचस्प बात यह है कि अल शबाब से जुड़ने के बाद सामंथा शेराफिया बन चुकी हैं.