अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की टीम में एक और भारतीय सितारा चमकने वाला है. जो वाइडेन ने भारतीय मूल की अमेरिकी नीरा टंडन को व्हाइट हाउस में टॉप पॉजिशन पर प्रबंधन एवं बजट कार्यालय निदेशक (Director of Office of Management and Budget) के रूप में नॉमिनेट किया है.
इस नियुक्ति को सीनेट से पुष्टि मिलनी बाकी है. अगर सीनेट इस नियुक्ति पर अपनी मुहर लगा देती है तो 50 साल की नीरा टंडन व्हाइट हाउस में इतने प्रभावशाली पद पर बैठने वाली भारतीय-अमेरिकी महिला होंगी. इसके साथ ही वो ऐसी पहली महिला होंगी जो श्वेत नहीं होगी और इस पद को संभाल रही होंगी.
नीरा टंडन के सामने बड़ी चुनौतियां
इस पद पर नीरा टंडन के पास बाइडेन प्रशासन का बजट संभालने की जिम्मेदारी होगी. बता दें कि कोरोना संक्रमण के बाद अमेरिका के हेल्थ केयर के क्षेत्र में बड़ी चुनौतियां है. नीरा टंडन के सामने बजट, नौकरी, अंतरराष्ट्रीय अनुदान के बीच सामंजस्य बिठाने की चुनौती होगी.
इस पद पर उन्हें बजट बनाने और उसे कार्यान्वित करने, सरकारी मंजूरी दिलाने, सरकारी बाधाओं को पास कराने और राष्ट्रपति ऑफिस से समन्वय बिठाने की जिम्मेदारी होगी.
बता दें कि टंडन वर्तमान में वामपंथी झुकाव वाले 'सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस की मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. इसके अलावा वे अमेरिकन प्रोग्रेस एक्शन फंड की भी सीईओ हैं.
दरअसल जो बाइडेन उदारवादी और मध्यमार्गी आर्थिक सलाहकारों की एक टीम बनाना चाहते हैं. ये टीम अमेरिका के वित्त मंत्री पद के लिए के लिए नामित जैनेट येलेन के साथ-साथ काम करेगी.
बता दें कि नीरा टंडन पूर्व में हिलेरी क्लिंटन के साथ काम कर चुकी हैं और उन्होंने ओबामा के कार्यकाल में अफोर्डेबल केयर एक्ट पास करवाने में मदद की थी.
अपने ट्विट प्रोफाइल पर अपना परिचय देते हुए नीरा टंडन ने लिखा है, 'डायरेक्टर ऑफ OMB नॉमिनी, लिब्रल, इंडियन अमेरिकन, फेमिनिस्ट, मॉम, वाइफ.'
US में सरकारी राशन के भरोसे गुजरा बचपन
अपने नॉमिनेशन की घोषणा के बाद नीरा टंडन ने ट्वीट कर कहा कि तब मैं युवा थी और मेरे माता-पिता ने तलाक का फैसला किया था, तब मेरी मां को अपनी जिंदगी चलाने के लिए सरकार से मिलने वाले पब्लिक फूड और हाउसिंग प्रोग्राम पर भरोसा करना पड़ा था. अब मुझे नॉमिनेट किया गया है ताकि मैं ये सुनिश्चित कर सकूं कि ये प्रोग्राम चलते रहे और मेरे जैसे परिवार इज्जत और सम्मान के साथ जिंदगी गुजार सकें. मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं.
After my parents were divorced when I was young, my mother relied on public food and housing programs to get by. Now, I’m being nominated to help ensure those programs are secure, and ensure families like mine can live with dignity. I am beyond honored.
— Neera Tanden (@neeratanden) November 30, 2020
नीरा अपने इंटरव्यू में अक्सर बड़े गर्व से कहती हैं कि वह सरकारी स्कीम की मदद से आगे बढ़ने वाली महिला रही हैं. उन्होंने कहा कि वे अमेरिकी सरकार से फूड स्टांप, मुफ्त आहार और सब्सिडी वाले आवास का फायदा उठा चुकी हैं.
5 साल में हुआ माता-पिता का तलाक
बता दें कि जब नीरा टंडन पांच साल की थी तभी उनकी माता-पिता का तलाक हो गया था. उन्होंने लॉस एंजिल्स में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से पढ़ाई की है. यहां से उन्होंने छात्र राजनीति की राह पकड़ी
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में छात्र संघ के चुनाव में वे वाइस प्रेसिंडेंट चुनी गईं. हालांकि ये एकमात्र चुनाव है जिसे उन्होंने लड़ा था.
इधर बाइडेन की इस घोषणा से भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों में खुशी है. एनजीओ इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगस्वामी ने कहा, "भारतीय-अमरीकियों के लिए ये एक और गर्व का दिन है कि नीरा टंडन को नयी सरकार में कैबिनेट स्तर का पद मिलने जा रहा है. इस पद की व्यापक भूमिका है जिसके पास बजट के ख़रबों डॉलर सम्भालने की शक्ति है. अगर किसी को शक था कि हमारे समुदाय की राजनीतिक हिस्सेदारी कितनी है तो इस चुनाव के बाद ये स्पष्ट हो गया होगा."