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Suella Braverman: भारतीय मूल की सांसद को मिला PM लिज ट्रस से वफादारी का इनाम, ब्रिटेन सरकार में अहम पद

ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन को देश का नया गृह मंत्री नियुक्त किया है. सुएला इससे पहले अटॉर्नी जनरल थीं. सुएला खुद प्रधानमंत्री चुनाव की दावेदार थीं लेकिन दूसरे दौर में ही रेस से बाहर हो गईं. इसके बाद उन्होंने अगले प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक के बजाए लिज ट्रस का समर्थन किया.

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ब्रिटेन की नई गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन
ब्रिटेन की नई गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन

Suella Braverman Profile: ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद सुएला ब्रेवरमैन को देश की नई गृह मंत्री नियुक्त किया है. सुएला इससे पहले प्रधानमंत्री पद की दावेदार भी रह चुकी हैं लेकिन वह चुनाव के शुरुआती दौर में ही बाहर हो गई थीं. 42 साल की सुएला के पास कैबिनेट मंत्री के तौर पर सिर्फ दो साल का ही अनुभव है. उन्हें पहली बार अपने करियर में इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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सुएला ब्रेवरमैन फेयरहेम से सांसद हैं. वह इससे पहले अटॉर्नी जनरल पद पर थीं. उन्होंने प्रधानमंत्री चुनाव में ऋषि सुनक के बजाए लिज ट्रस का समर्थन किया था, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें इसका इनाम मिल सकता है. इन्हीं संकेतों के चलते प्रीति पटेल ने सोमवार को लिज ट्रस को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुने जाने के कुछ घंटे बाद ही गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. 

चुनाव के दौरान लिज ट्रस का समर्थन करते हुए ब्रेवरमैन ने कहा था, लिज अब प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. उन्हें यह काम सीखने की जरूरत नहीं है. यह काम मुश्किल है. पार्टी के बीते छह साल मुश्किल भरे रहे लेकिन अब स्थिरता की जरूरत है. 

ब्रिटेन का नया गृह मंत्री नियुक्त होने के बाद सुएला ने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्री नियुक्त होने पर बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं. गृह मंत्री के तौर पर देश की सेवा करूंगी. इस अवसर के लिए शुक्रिया लिज ट्रस. 

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सुएला ब्रेवरमैन इससे पहले शिक्षा चुनाव समिति में रह चुकी हैं लेकिन बाद में किन्हीं कारणों से उन्होंने 2018 में पद से इस्तीफा दे दिया था. फरवरी 2020 में बोरिस जॉनसन ने उन्हें अटॉर्नी जनल के तौर पर नियुक्त किया था. ब्रेवरमैन बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई हैं. वह नियमित तौर पर लंदन बौद्धिस्ट सेंटर जाती हैं. उन्होंने संसद में शपथ भी भगवान बुद्ध के कथनों से जुड़े धम्मपद ग्रंथ पर ली थी. 

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रेवरमैन को ब्रिटेन में शरण लेने वालों को रवांडा भेजने की सरकारी योजना जैसी कुछ परियोजनाओं का जिम्मा सौंपा गया था. हालांकि, इस योजना को काफी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. वह कंजर्वेटिव पार्टी के ब्रेग्जिट (यूरोप से ब्रिटेन के अलग होने) धड़े की समर्थक रहीं. 

सुएला ब्रेवरमैन का जन्म और शिक्षा

सुएला ब्रेवरमैन का जन्म तीन अप्रैल 1980 में ग्रेटर लंदन में हुआ था. उनकी परवरिश वेंबले में हुई. उनके माता-पिता क्रिस्टी और उमा फर्नांडीज भारतीय मूल के हैं. उनकी मां मॉरीशस से ब्रिटेन जाकर बस गई थीं जबकि उनके पिता 1960 के दशक में केन्या से माइग्रेट हो गए थे. उनकी मां का जन्म एक हिंदू तमिल मॉरिशस परिवार में हुआ था और वह पेशे से नर्स थीं. 

उनकी स्कूली पढ़ाई लंदन के हीथफील्ड स्कूल से हुई और उसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज के क्वीन्स कॉलेज से लॉ की पढ़ाई की. उन्होंने Pantheon-Sorbonne University से मास्टर्स डिग्री भी हासिल की. 

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मां से विरासत में मिली राजनीति

उनका राजनीतिक करियर 2005 में शुरू हुआ था. उन्होंने लेसेस्टर ईस्ट से आम चुनाव लड़ा था, जहां वह दूसरे स्थान पर रही थीं. वह 2015 में फेयरहैम से कंजर्वेटिव पार्टी से सांसद चुनी गईं. वह तभी से सांसद हैं. 

सुएला ब्रेवरमैन की राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को बल उनकी मां के समर्थन से मिला. उनकी मां खुद कई चुनाव लड़े.

ब्रेवरमैन ने जुलाई में प्रधानमंत्री चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान कहा था, मेरे माता-पिता को ब्रिटेन से प्यार है. यह देश उम्मीद देता है. यह सुरक्षा देता है, यह देश अवसर मुहैया कराता है. मुझे लगता है कि मेरी पृष्ठभूमि की पजह से मैं राजनीति को अच्छी तरह से समझ पाई.

उनकी मां ने बाद में 2001 में कंजर्वेटिव पार्टी से चुनाव लड़ा था. उन्होंने 2003 में ब्रेंट ईस्ट का उपचुनाव भी लड़ा था. सुएला की शादी फरवरी 2018 में रायल ब्रेवरमैन से शादी की. उनके दो बच्चे हैं. 

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