अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी भी धमाकों के बीच हो रही है. काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले के बाद से हालात बेहद गंभीर हैं. अपने सैनिकों की शहादत का बदला लेने के लिए अमेरिका लगातार हवाई हमले कर रहा है. सोमवार सुबह एक बड़ा पलटवार भी हुआ और हालात ऐसे नजर आए जैसे इजरायल-फिलस्तीन के बीच कुछ वक्त पहले देखने को मिले थे, जहां आसमान में रॉकेट की बारिश सी हो रही थी.
सोमवार सुबह काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास भी ऐसा ही मंजर देखने को मिला. एयरपोर्ट को टारगेट करते हुए रॉकेट दागे गए. बताया गया है कि ये 5 रॉकेट एयरपोर्ट के पास से ही दागे गए थे. टोलो न्यूज के मुताबिक, रॉकेट एक कार से काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाते हुए दागे गए. हालांकि, एयर फील्ड डिफेंस सिस्टम से इन्हें नाकाम कर दिया गया. इनमें से एक रॉकेट रिहायशी इलाके में जाकर गिरा.
इससे पहले कल रविवार को अमेरिकी की तरफ से हमला किया गया था. यानी दोनों तरफ से हवा में वार-पलटवार हो रहा है. सोमवार सुबह काबुल के आसमान में रॉकेट की गरज से पूरा शहर दहल गया. हर तरफ धुआं-धुआं हो गया. एपी ने चश्मदीदों के हवाले से बताया है कि ये रॉकेट काबुल के सलीम कारवां इलाके में गिरे. इससे इलाके में दहशत मच गई. लोग भागने लगे. सिर्फ रॉकेट ही नहीं, इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाज भी सुनाई पड़ी.
सुबह-सुबह ही अफगानिस्तान की राजधानी को किसने दहलाने की कोशिश की, ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है. काबुल में ये सब तब हो रहा है, जबकि काबुल एयरपोर्ट पूरी तरह से अमेरिका सेना के कब्जे में है और तालिबान भी वहां मजबूती से डटा है.
ISIS-K ने किया था आत्मघाती हमला
काबुल एयरपोर्ट पर पिछले हफ्ते (26 अगस्त) ही एक आत्मघाती बम धमाका हुआ था जिसमें 169 अफगान नागरिकों और 13 अमेरिकी फौजियों की मौत हो गई थी. इस धमाके के बाद अमेरिका ने बदला लेने का ऐलान किया और 48 घंटे के अंदर ही नांगरहर प्रांत में एक ड्रोन अटैक किया. अमेरिका ने दावा किया कि इस अटैक में ISIS-K का प्लानर मारा गया है, कहा गया कि उन्होंने अपने टारगेट को मार गिराया है.
इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिर चेताया कि जल्द ही काबुल एयरपोर्ट पर एक और हमला हो सकता है. इस चेतावनी के बाद रविवार (29 अगस्त) को एक और ड्रोन स्ट्राइक की. अमेरिका की तरफ से बताया गया कि एक वाहन में ISIS-K के 'कई आत्मघाती हमलावरों' को लाया जा रहा था, जिसे निशाना बनाया गया.
इस हमले में 5 अफगान बच्चों समेत 9 बेकसूरों की भी मौत की हो गई, जिसे लेकर अमेरिका की आलोचना हो रही है. तालिबान ने भी अमेरिका की स्ट्राइक को गलत बताया है. लेकिन सवाल ये है कि तालिबान और अमेरिकी सेना की मौजूदगी में काबुल एयरपोर्ट के मुहाने तक आकर क्या ISIS-K के आतंकी दहशत फैला रहे हैं या इसके पीछे कोई और प्लेयर भी है? सोमवार सुबह किसने रॉकेट दागे, इसकी जानकारी भी अभी नहीं आ सकी है.