यूरोप में कोरोना वायरस के केसों में इजाफे ने सभी को चिंता में डाल दिया है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने गुरुवार को कहा कि यूरोप में पिछले महीने में कोरोना के मामलों में 50% की वृद्धि देखने को मिली है. साथ ही वैक्सीन की आपूर्ति के बावजूद यह कोरोना का एपिसेंटर बनता जा रहा है.
डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी चीफ डॉ माइकल रेयान ने कहा, यूरोप में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है. लेकिन वैक्सीन का वितरण समान नहीं रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने यूरोपी प्रशासन को वैक्सीनेशन में इस गैप को कम करने की अपील की. हालांकि, WHO चीफ अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा, जिन देशों ने अपनी आबादी का 40 फीसदी वैक्सीनेशन कर दिया है. उन्हें अब विकासशील देशों को वैक्सीन दान देनी चाहिए, जहां पर अपनी नागरिकों को वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लग पाई है.
इतना ही नहीं WHO चीफ ने कहा था कि इम्युनो-कॉम्प्रोमाइज्ड लोगों को छोड़कर अन्य किसी को बूस्टर डोज भी नहीं दी जानी चाहिए. कोरोना वायरस से निपटने के लिए 60 से ज्यादा देशों ने बूस्टर डोज देनी शुरू कर दी है. वहीं, अमेरिका में 5-11 साल के बच्चों को अगले हफ्ते से वैक्सीन देने की योजना है.
केसों का बढ़ना चिंता का विषय- WHO
इससे पहले गुरुवार को WHO के यूरोप क्षेत्र के प्रमुख डॉ हैन्स क्लूज ने कहा था, कोरोना के केसों का बढ़ना गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा था, यूरोप महामारी के केंद्र में वापस आ गया है, जहां हम एक साल पहले थे. उन्होंने चेतावनी दी कि पिछले हफ्ते कोरोनो वायरस के मरीजों की अस्पताल में भर्ती होने की दर दोगुनी से अधिक हो गई है.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यूरोप में फरवरी तक 5 लाख लोगों की मौत हो सकती है. हैन्स ने कहा, यूरोप में इस हफ्ते में 18 लाख केस सामने आए हैं. ये पिछले साल की तुलना में 6% ज्यादा हैं. वहीं, कोरोना से इस हफ्ते 24000 लोगों की मौत हुई है. यह पिछले हफ्ते की तुलना में 12% ज्यादा है.
यूरोप में लगातार 5वें हफ्ते कोरोना के केस बढ़े हैं. यूरोप में 1 लाख लोगों पर 192 केस सामने आ रहे हैं. स्वीडन के चीफ महामारी विज्ञानी एंडर्स टेगनेल ने कहा, हम कोरोना की लहर में हैं. बढ़ा हुआ प्रसार पूरी तरह से यूरोप में केंद्रित है. मध्य और पूर्वी यूरोप के कई देशों ने हाल के सप्ताहों में दैनिक मामलों की संख्या में वृद्धि देखी है.
56 देशों में कोरोना से मौत में वृद्धि
WHO ने कहा, कोरोना वायरस का पहला केस सामने आने के 22 महीने बाद और पहली वैक्सीन को मंजूरी मिलने के एक साल बाद कोरोना के केसों और मौत के मामलों में फिर से वृद्धि हुई है. अब तक कोरोना से 50 लाख मौतें दर्ज की गई हैं. हालांकि, हम जानते हैं कि यह वास्तविक संख्या काफी अधिक है. इसके बावजूद हम हर हफ्ते 50 हजार लोगों को खो रहे हैं. पिछले हफ्ते 56 देशों में कोरोना से मौत में 10% की वृद्धि हुई है.