यूरोप दौरे पर गए कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने बेल्जियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध पर अपनी राय रखते हुए कहा, "मुझे लगता है कि अधिकतर विपक्ष रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर पर भारत की वर्तमान रूख से सहमत होगा. रूस के साथ हमारे संबंध हैं. जो रूख वर्तमान सरकार का है मुझे नहीं लगता कि विपक्ष का कोई अलग रुख होगा.'
खड़गे को जी 20 में न्यौता नहीं मिलने पर जताई नाराजगी
दिल्ली में जी20 डिनर में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कहते हैं, "इसमें नया क्या है? उन्होंने विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है. यह आपको कुछ बताता है. वे भारत की 60% आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए - वे ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस कर रहे हैं और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है. वे 60% आबादी के नेतृत्व को महत्व नहीं देते हैं. यह आपको दिखाता है कि वे विपक्ष के नेता को महत्व नहीं देते. इसलिए उन्होंने हमें G20 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित नहीं किया.'
मेरे फोन में था पेगासस
आर्टिकल 370 को लेकर पूरे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, आर्टिकल 370 पर हमारी रूख साफ है. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि देश में हर व्यक्ति के पास खुद को अभिव्यक्त करने की आवाज हो. कश्मीर का विकास होना चाहिए, प्रगति होनी चाहिए और कश्मीर में शांति होनी चाहिए. पेगासस मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे फोन में पेगासस था, ये फैक्ट है. मुझे सरकार द्वारा ट्रैक किया जा रहा था.
चीन को लेकर कही ये बात
उन्होंने कहा, 'चीन दुनिया को लेकर अलग नजरिया और दृष्टिकोण प्रस्तावित कर रहा है. वे बेल्ट और रोड के विचार को टेबल पर रख रहे हैं. वे वैश्विक उत्पादन की धुरी बन गए हैं. लेकिन मुझे हमारी ओर से कोई वैकल्पिक दृष्टिकोण नजर नहीं आता दिख रहा है. चीन ने पर्यावरण में प्रभावी ढंग से उत्पादन करना संभव दिखाया है.यदि हम वैकल्पिक नजरिया प्रदान कर सकें तो यह हमारे लिए चुनौती है.'
भारत नाम को लेकर सरकार पर निशाना
भारत नाम को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, 'आपको प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहिए कि वे हमारे देश का नाम बदलेंगे या नहीं? लेकिन मैं इंडिया यानी भारत नाम से खुश हूं. यह दरअसल एक पैनिक रिएक्शन है. ये ध्यान भटकाने की युक्तियाँ हैं. हमने अपने गठबंधन को नाम दिया INDIA. इसलिए सरकार घबरा गई है इसलिए वे देश का नाम बदलना चाहते हैं.'