विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की मुश्किलें बढ़ सकती है. स्वीडन की एक अदालत ने शुक्रवार को जूलियन असांजे को 2010 के एक रेप के मामले में गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है. असांजे ने कोर्ट में अपने ऊपर लगे रेप के आरोपों को नकारते हुए कोर्ट से मामले को रद्द करने की अपील की थी, जिसे सुनवाई को कोर्ट ने खारिज कर दिया है.
असांजे के स्वीडन आने से इनकार करने पर उनके खिलाफ अदालत में पेश होने के लिए वारंट भी जारी किया गया था. उन्होंने अपने वकीलों के माध्यम से जिला अदालत में याचिका दायर कर वारंट निरस्त करने की मांग की थी. कोर्ट ने कहा कि निचली अदालत के फैसले को देखते हुए लगता है कि असांजे इस केस से किसी ना किसी तरह जुड़े हुए हैं.
स्टॉकहोम की एक अदालत में तीन जजों के बेंच ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए असांजे के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. अदालत ने अपने फैसले में कहा कि सबूतों की जांच करने के बाद अदालत को ये लगता है कि रेप के इस मामले में असांजे किसी-न-किसी रूप से जुड़े हुए हैं.
गौरतलब है कि स्वीडन की एक जिला अदालत ने असांजे को रेप मामले में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था, जिसे ऊपरी अदालत में चुनौती दी गई थी. अदालत इस मामले पर सबूतों की जांच कर रही थी कि असांजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट बरकरार रखा जाए या नहीं. असांजे ने बलात्कार के आरोपों के संबंध में पूछताछ के लिए स्टॉकहोम जाने से हमेशा मना किया है. असांजे को डर है कि इससे चलते उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है.
यही नहीं, असांजे को डर है कि स्टॉकहोम जाने पर स्वीडन अफगानिस्तान और ईराक में युद्ध संबंधी 5 लाख गोपनीय सैन्य दस्तावेज विकीलीक्स द्वारा जारी करने को लेकर उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित सकता है. यूरोपीय गिरफ्तारी वारंट के संबंध में स्वीडन की अदालत इस मामले पर 8वीं बार सुनवाई की. असांजे 2012 से लंदन के इक्वाडोर के दूतावास में हैं और वहां स्वीडन में अपने प्रत्यर्पण से बचना चाहते हैं.