ऑस्ट्रेलियाई पिता और मिजोरम की रहने वाली मां से जन्मी महिला लालज़ावमी फ्रैंककॉम ने गाजा में भोजन और सहायता पहुंचाते समय कथित इजरायली हवाई हमले में मंगलवार को अपनी जान गंवा दी. सूत्रों के मुताबिक, वर्ल्ड सेंट्रल किचन (WCK) की 43 वर्षीय सीनीयर मैनेजर उत्तरी गाजा के लोगों को राहत सहायता पहुंचा रही थीं. जिस काफिले में वह यात्रा कर रही थीं, वह आग की चपेट में आ गया. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने उनकी मौत की निंदा की है.
लालज़ावमी के एक चचेरे भाई ने कहा कि हमारा दिल टूट गया है, क्योंकि हमें उस पर बहुत गर्व था. पिछली बार जब वह मिजोरम आई थी, तो वह दूसरों की मदद करने और दुनिया भर में यात्रा करने के लिए बहुत जुनूनी दिखी. यात्रा से पहले महिला ने परिवार के व्हाट्सएप ग्रुप में राहत सहायता देने का जिक्र किया था और रास्ते के संभावित खतरों के बारे में भी बताया था.
इस घटना पर वहां की चैरिटी ने बताया कि इजरायली हवाई हमले में वर्ल्ड सेंट्रल किचन और उनके फिलिस्तीनी ड्राइवर के साथ छह अंतरराष्ट्रीय सहायता कर्मियों की मौत हो गई है. इजरायली सेना ने जिम्मेदारी स्वीकार करने से बचते हुए मौतों पर दुख व्यक्त किया है.
बता दें कि हमास और इजरायल में छिड़ी जंग के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक बार फिर अपने ही देश में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. राजधानी तेल अवीव और यरुशलम में हजारों लोग नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले सप्ताह तमाम लोगों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इजरायल में तत्काल चुनाव कराने की मांग की और आरोप लगाया कि सरकार अपने फायदे के लिए काम कर रही है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 130 से ज्यादा बंधकों को कैद से छुड़ाने की मांग करते हुए आगजनी भी की.
नेतन्याहू ने हमास के खात्मे की कसम खाई है. नेतन्याहू दो टूक कह चुके हैं कि जब तक हमास बंधकों की रिहाई नहीं कर देता है, तब तक सीजफायर नहीं किया जाएगा. इजरायल लगातार अपने हमले जारी रखेगा. क्योंकि ये हमास के सामने घुटने टेकने जैसा होगा.