सास-बहू में नोंक-झोंक और झगड़े की कहानी तो आपने खूब सुनी होगी, लेकिन अमेरिका में एक सास और बहू के बीच झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि 20 साल की बहू ने सास की हत्या कर दी. अदालत ने हत्या के जुर्म में बहू को 41 साल कैद की सजा सुनाई है, लेकिन अदालत में पुलिस और आरोपी महिला ने हत्या की जो कहानी सुनाई वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है.
मामला कोलारेडो स्प्रिंग्स का है, जहां 2013 में एलिजाबेथ रैनी ने अपनी 59 साल की सास डेब्रा रैनी की चाकू गोदकर हत्या कर दी. हत्या का पता पुलिस को तब चला जब एलिजाबेथ के पड़ोसियों ने पुलिस से शोरगुल की शिकायत की. पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो सबकुछ सामान्य लगा. लेकिन जब छानबीन की गई तो घर की रसोई से स्टोररूम तक हैवानियत की हद ने पुलिस को भी सकते में डाल दिया.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, एलिजाबेथ और उसके पति जैसन रैनी में सबकुछ ठीक नहीं था और आए दिन पति-पत्नी में झगड़ा होता रहता था. एलिजाबेथ की एक छोटी बेटी भी है, जिसकी देखभाल के लिए ही उसकी सास डेब्रा साथ रहती थी. बताया जाता है कि बेटी और बहू के झगड़े के कारण परिवार का माहौल ठीक नहीं रहता था और इस बाबत डेब्रा अक्सर एलिजाबेथ को ताना देती रहती थी. लेकिन उसने शायद ही कभी सोचा हो कि उसकी बहू किसी दिन उसे दर्दनाक मौत के घाट उतार देगी.
हैवानियत की दास्तान
पुलिस ने अदालत में बताया कि घटना के दिन एलिजाबेथ और डेब्रा घर में अकेली थीं. दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ, जिसके बाद एलिजाबेथ ने पहले तो डेब्रा के ऊपर घर के सामान फेंक कर वार किया. लेकिन उसका गुस्सा इतने से शांत नहीं हुआ. एलिजाबेथ ने अपनी सास पर खौलता हुआ पानी डाला और फिर नाक और मुंह में ब्लीच पाउडर भरकर, चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी.
अदालत में अपना जुर्म स्वीकार करते हुए एलिजाबेथ ने कहा, 'वह मुझे कभी पसंद नहीं करती थी. मैं इससे तंग आ गई थी और इसलिए मैंने उसे मार डाला.'
मैट्रेस में छिपाई लाश
एलिजाबेथ ने अपने सास की हत्या के बाद उसकी लाश को घर में रखे एयर मैट्रेस में छिपा दी. यही नहीं घर की साफ-सफाई कर उसने सबकुछ सामान्य जैसा कर दिया. लेकिन इस बीच एलिजाबेथ के पड़ोसियों ने पुलिस से शोरगुल की शिकायत. पुलिस मौके पर पहुंची तो सब सामान्य था, लेकिन जब अधिकारी रसोई पहुंचे तो वहां चाकू पर खून के धब्बे ने उन्हें सकते में डाल दिया.
पुलिस पर फेंका बच्चा
घर में खून लगे चाकू को पाकर पुलिस ने जब एलिजाबेथ से पूछताछ शुरू की तो पकड़े जाने के डर से उसने भागने की कोशिश की. यही नहीं, इसके लिए उसने अपनी छोटी बच्ची को पुलिस की गोद में फेंका और भाग खड़ी हुई, लेकिन पुलिस ने उसे घर के बाहर सड़क से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने बताया कि एलिजाबेथ मानसिक बीमारी से पीड़ित है. 10 साल की उम्र से ही उसे बायोपोलर डिसऑर्डर है और वह इसके लिए दवा भी ले रही है.