विश्व बैंक के प्रमुख जिम योंग किम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मजबूत दूरदर्शी नेतृत्व’ का नतीजा है कि भारत की ओर से लोगों को वित्तीय व्यवस्था से जोड़ने का ‘असाधारण प्रयास’ देखने को मिला है.
इस सप्ताह जारी एक रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा कि जनवरी, 2015 तक उस प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 12.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए जिसे समग्र वित्तीय समावेशन के लिए अगस्त, 2014 में शुरू किया गया था ताकि भारत में हर घर के लिए एक बैंक खाता हो. इस रिपोर्ट के अनुसार तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो साल 2013 के एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि देश में 40 करोड़ से भी कम लोगों के बैंक खाते हैं.
किम ने एक परिचर्चा में कहा, ‘यह असाधारण भारतीय प्रयास है.’ उन्होंने इस सफलता को प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के मजबूत दूरदर्शी नेतृत्व से जोड़ा. किम ने कहा कि वित्तीय सेवाओं तक पहुंच लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में एक सेतु के तौर पर काम कर सकती हैं.
इनपुट: भाषा