ऑस्ट्रेलिया में नौसेना के एक जवान से दरिंदगी के मामले में आरोपी चार मरीन टेक्नीशियंस को मंगलवार को सिडनी स्थित डिफेंस कोर्ट में पेश किया गया. चारों ने खुद को बेकसूर बताया. दरअसल ऑस्ट्रेलिया में नौसेना के एक जवान से दरिंदगी की घटना सुर्खियों में है. आरोप है कि साल 2011 में फेयरवेल समारोह के दौरान इस जवान के साथ बेहद क्रूर व्यवहार किया गया था. उसे रस्सियों से बांध दिया गया था, रबर की एक चीज उसके मुंह में डाल दी गई, उसके निजी अंगों को आंच से जलाया गया और उसके साथ कुकर्म किया गया.
ये आरोपी रोहन मार्टिन, मिशेल मार्क समर्स, माइकल डेनियर थॉम्पसन और जोनाथन ली वॉल्टर हैं. इन पर कुकर्म करने, बंधक बनाने और मारपीट करने का आरोप था. घटना उस वक्त हुई जब पीड़ित जवान की उस जहाज पर आखिरी रात थी और अगले दिन उसे विदेश भेजा जाना था. वकील ने कोर्ट में कहा कि पीड़ित जवान को उस रात कुछ होने की आशंका थी, क्योंकि नौसेना के जवानों के बीच फेयरवेल के दिन प्रैंक खेले जाने का रिवाज है. लेकिन प्रैंक के बदले आरोपियों ने अन्य नाविकों के सामने जबरदस्ती उसके कपड़े उतार दिए और उसे एक केबल से बांध दिया. उसके निजी अंगों को नुकसान पहुंचाया गया. थॉम्पसन ने कथित रूप से उसके मुंह में रबर का बना एक खिलौना डालने की कोशिश की. उसके गुदा द्वार में भी कथित रूप से ऐसा टॉय डाला गया. पीड़ित जवान दर्द से कराहता रहा.
इसके बाद उसे उठाकर शावर के पास ले जाया गया. वहां एक आरोपी ने उसके सिर पर एक गाढ़ा तरल उड़ेल दिया, जिससे उसकी त्वचा और आंख में भयंकर जलन होने लगी. वकील के मुताबिक, पीड़ित ने इस बारे में अपने एक दोस्त को बताया, लेकिन उस वक्त इसकी शिकायत नहीं की. बाद में एक दोस्त के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद नवंबर 2013 में जांच के आदेश दिए गए. सात लोगों का एक पैनल मामले की सुनवाई कर रहा है.