विवादित मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से बात की है. रूस के व्लादिवोस्तोक में अपने दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री ने मलेशियाई PM से बात की. इस दौरान उन्होंने जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण पर बात की. इस दौरान ये तय हुआ है कि दोनों देशों के बीच अधिकारी लगातार इस मुद्दे पर बात करते रहेंगे.
प्रधानमंत्री की मुलाकात की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने जाकिर नाइक का मुद्दा उठाया. दोनों देशों में तय हुआ है कि अब अधिकारी इस मसले पर लगातार संपर्क में रहेंगे.
Foreign Secretary Vijay Gokhale on PM Modi's meeting with PM of Malaysia: Prime Minister Modi raised the issue of Zakir Naik's extradition. Both the parties have decided that our officials will stay in contact regarding the matter and it is an important issue for us. pic.twitter.com/Av84Rds4p3
— ANI (@ANI) September 5, 2019
जाकिर नाइक पर हैं कई बड़े आरोप
आपको बता दें कि 2016 में जाकिर नाइक भारत से भागकर मलेशिया चला गया था. तब वहां की सरकार ने जाकिर नाइक ने स्थायी तौर पर रहने की इजाजत दे दी थी. भारत में जाकिर नाइक पर आरोप है कि उसने भड़काऊ भाषण दिए हैं, आतंकी गतिविधि में शामिल होने के लिए युवाओं को भड़काया है. इन्हीं आरोपों के चलते जाकिर नाइक भारत में वांटेड है.
Strengthening ties with an important ASEAN partner
PM @narendramodi met with Malaysian PM @chedetofficial on the margins of #EEF2019 in #Vladivostok. Discussions focused on the multiple layers of India - Malaysian bilateral relationship. pic.twitter.com/E1Y8RgLkFd
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) September 5, 2019
भारत सरकार की तरफ से मलेशिया से इस मसले पर लंबे समय से बात चल रही है. हालांकि, इस मसले में अभी तक कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली है. लेकिन अब जाकिर नाइक के मुद्दे को पीएम मोदी ने मलेशियाई पीएम के सामने उठाया है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि इस मसले पर अब कोई ठोस कदम उठाया जाएगा और मलेशिया की तरफ से प्रत्यर्पण को लेकर सहयोग मिलेगा.
बीते दिनों मलेशिया में ही जाकिर नाइक पर एक्शन हुआ था और किसी भी तरह के धार्मिक उपदेश देने पर रोक लग गई थी. मलेशिया की पुलिस ने इसके लिए एक सर्कुलर जारी किया था. मलेशिया के अल्पसंख्यकों के लिए दिए उसके कथित बयान के बाद देश भर में उसके खिलाफ 115 पुलिस रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं.