पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल के बीच अटकलों का दौर शुरू हो गया है. राष्ट्रपति जरदारी के भी दुबई जाने की खबरें हैं. ऐसे में पाकिस्तानी के सियासी भविष्य पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं.
बुधवार को पाकिस्तान में क्या होगा? सुप्रीम कोर्ट के 15 जनवरी के फरमान के बाद इस सवाल को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है. सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे के भीतर पाक पीएम को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. आज वो मियाद खत्म हो रही है.
उधर, अपनी मांगों को लेकर हजारों समर्थकों के साथ मौलाना कादरी इस्लामाबाद में संसद के बाहर डेरा डाले बैठे हैं. इस्लामाबाद में संसद के बाहर हजारों समर्थकों के साथ जमे इस्लामी विद्वान डॉक्टर ताहिरुल कादरी जिस आधे काम के आज होने का इशारा कर रहे हैं उसे लेकर पाकिस्तान ही नहीं पाक की सियासत में दिलचस्पी लेने वाले दुनिया के तमाम देश उत्सुक हैं.
कादरी के पीछे हुजूम खड़ी है. लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि कादरी को कहां से ताकत मिल रही है. कहीं इस पूरे मजमे के पीछे पाकिस्तानी फौज तो नहीं? कादरी के लांग मार्च और सुप्रीम कोर्ट के फरमान को इस चश्मे से भी देखा जा रहा है. अगर सच ऐसा है तो सच्चे लोकतंत्र की चाह रखने वाले इस अपार जनसमूह को एक बार फिर निराशा हाथ लगने वाली है.