रूस ने हाल ही में यूक्रेन के चार प्रांतों पर कब्जा जमाकर उन्हें रूस में मिला लिया था. लेकिन यूक्रेन की सेना लगातार पलटवार करते हुए अपने क्षेत्रों को रूस के कब्जे से मुक्त करा रही है. रूस के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि यूक्रेन की सेना ने खेरसान क्षेत्र के अरखानहेल्स्के (Arkhanhelske) और मायरोलीबीविका (Myrolyubivka) की छोटी बस्तियों पर नियंत्रण पा लिया है.
उन्होंने रविवार रात को अपने संबोधन में इन दो बस्तियों पर दोबारा नियंत्रण का दावा करते हुए सेना का आभार जताया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सेना की सफलता दोनेत्स्क के लाइमैन (Lyman) पर दोबारा कब्जे तक सीमित नहीं है. खेरसन के कई इलाकों पर दोबारा नियंत्रण कर लिया गया है.
उन्होंने कहा, दोनेत्सक क्षेत्र के लाइमैन को मुक्त कराने की कहानी अब मीडिया की सबसे लोकप्रिय स्टोरी बन गई है. लेकिन हमारे जवानों की सफलता सिर्फ लाइमन तक सीमित नहीं है.
हालांकि, अभी जेलेंस्की के इन दावों की पुष्टि नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले जेपोरीजिया परमाणु संयंत्र के महानिदेशक को अगवा करना रूस के आतंक का उदाहरण है.
रूस के गश्ती दल ने जेपोरीजिया परमाणु संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव को 30 सितंबर को हिरासत में ले लिया था.
जेलेंस्की ने यह भी कहा है कि राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन के मुख्य सलाहकार इब्राहिम कालिन से मुलाकात की. इस दौरान बातचीत सकारात्मक रही.
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन के जनमत संग्रह के फैसले के बाद यूक्रेनी सेनाओं ने लाइमैन शहर में घेराबंदी कर ली थी. यही कारण था कि रूसी सैनिकों को पीछे हटना पड़ गया. लाइमैन यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव से 160 किलोमीटर दूर है. यूक्रेन की सेना ने जवाबी हमलों में रूस के कब्जे से इस इलाके को आजाद करा लिया है.